नई दिल्ली:
प्रवासी मामलों के केंद्रीय मंत्री व्यालार रवि ने सेना प्रमुख जनरल वीके सिंह को हताश व्यक्ति करार दिया है। उनकी यह टिप्पणी सेना में हथियार व युद्ध सामग्री की कमी को लेकर सेना प्रमुख की ओर से प्रधानमंत्री को लिखे गए पत्र के सम्बंध में आई है।
रवि ने कहा, "सेना अनुशासित बल है, लेकिन सेना प्रमुख को न्यायालय से भी सेवा विस्तार नहीं मिला। सम्भव है कि वह हताशा में ये कदम उठा रहे हों।" रवि ने इससे इनकार किया कि उन्होंने सेना प्रमुख की ओर से प्रधानमंत्री को लिखा गया पत्र पढ़ा है। सेना प्रमुख ने 12 मार्च को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि युद्ध सामग्री समाप्त हो रही है, वायु रक्षा प्राचीन हो गई है और पैदल सेना हथियारों के संकट से जूझ रही है।
सेना प्रमुख ने सोमवार को समाचार पत्र 'द हिन्दू' को दिए साक्षात्कार में इसका भी खुलासा किया था कि घटिया वाहनों की खरीद से सम्बंधित एक रक्षा सौदे को मंजूरी के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की गई थी।
रवि ने कहा, "सेना अनुशासित बल है, लेकिन सेना प्रमुख को न्यायालय से भी सेवा विस्तार नहीं मिला। सम्भव है कि वह हताशा में ये कदम उठा रहे हों।" रवि ने इससे इनकार किया कि उन्होंने सेना प्रमुख की ओर से प्रधानमंत्री को लिखा गया पत्र पढ़ा है। सेना प्रमुख ने 12 मार्च को प्रधानमंत्री को पत्र लिखकर कहा था कि युद्ध सामग्री समाप्त हो रही है, वायु रक्षा प्राचीन हो गई है और पैदल सेना हथियारों के संकट से जूझ रही है।
सेना प्रमुख ने सोमवार को समाचार पत्र 'द हिन्दू' को दिए साक्षात्कार में इसका भी खुलासा किया था कि घटिया वाहनों की खरीद से सम्बंधित एक रक्षा सौदे को मंजूरी के लिए उन्हें 14 करोड़ रुपये रिश्वत की पेशकश की गई थी।
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