वसुंधरा साल 2011 में लंदन गए बीजेपी प्रतिनिधिमंडल में शामिल थीं
नई दिल्ली:
लंदन में ललित मोदी की इमिग्रेशन अपील के समर्थन में एक गोपनीय एफिडेविट देने के लिए बीजेपी की वरिष्ठ नेता वसुंधरा राजे ने अपने दौरे को बढ़ाया था। सूत्रों के मुताबिक कुछ नए दस्तावेज इस ओर इशारा कर रहे हैं।
लंदन में जमा हलफनामे के हवाले से कहा जा रहा है कि उन्होंने ललित मोदी पर भारत में वृहद जांच को राजनीति से प्रेरित बताया था। यह कागजात कांग्रेस पार्टी ने जारी करते हुए वर्तमान में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस का आरोप है कि वसुंधरा ने ऐसे व्यक्ति की मदद की है जो भारत में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच में वांछित है।
बीजेपी के इस दल की ट्रिप को ऑर्गेनाइज कराने वाले नेता विजय जौली ने दोर देकर कहा कि इस दौरे में ललित मोदी से कोई मुलाकात नहीं हुई थी। उन्होंने कहा, 'हमने लॉर्ड्स का मैच देखा था, लेकिन ललित मोदी वहां नहीं थे।' वसुंधरा के ट्रिप बढ़ाए जाने के सवाल के जवाब में जौली ने कहा कि इसका जवाव वसुंधरा ही दे सकती हैं।
अखबारों और कागजातों के मुताबिक अगस्त 2011 में हलफनामा देने से चार हफ्ते पहले वसुंधरा राजे उस बीजेपी के दल का हिस्सा रहीं जिले वहां मौजूद बीजेपी के चाहने वालों ने पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए बुलाया था। इस दल में तत्कालीन पार्टी प्रमुख नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी भी शामिल थे। इसी समय वसुंधरा ने क्लाइमेट चेंज पर लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में एक कोर्स किया और इसी के लिए लंदन में वह अतिरिक्त दिनों के लिए रुकीं जब उन्होंने ललित मोदी के लिए वकीलों के सामने हलफनामे पर दस्तखत किए थे।
विपक्षी दल कांग्रेस ने वसुंधरा राजे से अपने उस समय के यात्रा दस्तावेज सार्वजनिक करने के लिए कहा है। वहीं, कांग्रेस ने यह भी कहा कि बीजेपी का यह दल यह भी साफ करे कि क्या वह सभी इस दौरान ललित मोदी से मिले था या नहीं। साथ ही यह भी बताएं कि लॉर्ड्स के क्रिकेट मैदान पर आयोजित टेस्ट मैच में उनकी मौजूदगी, जिनका खबरों में उल्लेख है, का प्रबंध किसने किया था।
बता दें कि 2010 में ललित मोदी, भारत से लंदन चले गए थे जब उन पर टैक्स चोरी और मनी लॉन्डरिंग का आरोप लगा था। यह सारे आरोप उनपर आईपीएल के चेयरमैन होने के दौरान लगे थे। अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देने के लिए भारत आने से उन्होंने इस आधार पर मना किया है कि उनकी जान को अंडरवर्ल्ड से खतरा है।
लंदन में जमा हलफनामे के हवाले से कहा जा रहा है कि उन्होंने ललित मोदी पर भारत में वृहद जांच को राजनीति से प्रेरित बताया था। यह कागजात कांग्रेस पार्टी ने जारी करते हुए वर्तमान में राजस्थान की मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे के इस्तीफे की मांग की है। कांग्रेस का आरोप है कि वसुंधरा ने ऐसे व्यक्ति की मदद की है जो भारत में भ्रष्टाचार के मामलों की जांच में वांछित है।
बीजेपी के इस दल की ट्रिप को ऑर्गेनाइज कराने वाले नेता विजय जौली ने दोर देकर कहा कि इस दौरे में ललित मोदी से कोई मुलाकात नहीं हुई थी। उन्होंने कहा, 'हमने लॉर्ड्स का मैच देखा था, लेकिन ललित मोदी वहां नहीं थे।' वसुंधरा के ट्रिप बढ़ाए जाने के सवाल के जवाब में जौली ने कहा कि इसका जवाव वसुंधरा ही दे सकती हैं।
अखबारों और कागजातों के मुताबिक अगस्त 2011 में हलफनामा देने से चार हफ्ते पहले वसुंधरा राजे उस बीजेपी के दल का हिस्सा रहीं जिले वहां मौजूद बीजेपी के चाहने वालों ने पार्टी के प्रचार-प्रसार के लिए बुलाया था। इस दल में तत्कालीन पार्टी प्रमुख नितिन गडकरी और स्मृति ईरानी भी शामिल थे। इसी समय वसुंधरा ने क्लाइमेट चेंज पर लंदन स्कूल ऑफ इकोनोमिक्स में एक कोर्स किया और इसी के लिए लंदन में वह अतिरिक्त दिनों के लिए रुकीं जब उन्होंने ललित मोदी के लिए वकीलों के सामने हलफनामे पर दस्तखत किए थे।
विपक्षी दल कांग्रेस ने वसुंधरा राजे से अपने उस समय के यात्रा दस्तावेज सार्वजनिक करने के लिए कहा है। वहीं, कांग्रेस ने यह भी कहा कि बीजेपी का यह दल यह भी साफ करे कि क्या वह सभी इस दौरान ललित मोदी से मिले था या नहीं। साथ ही यह भी बताएं कि लॉर्ड्स के क्रिकेट मैदान पर आयोजित टेस्ट मैच में उनकी मौजूदगी, जिनका खबरों में उल्लेख है, का प्रबंध किसने किया था।
बता दें कि 2010 में ललित मोदी, भारत से लंदन चले गए थे जब उन पर टैक्स चोरी और मनी लॉन्डरिंग का आरोप लगा था। यह सारे आरोप उनपर आईपीएल के चेयरमैन होने के दौरान लगे थे। अपने ऊपर लगे आरोपों पर जवाब देने के लिए भारत आने से उन्होंने इस आधार पर मना किया है कि उनकी जान को अंडरवर्ल्ड से खतरा है।
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