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This Article is From Apr 24, 2021

उत्तर प्रदेश सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है: प्रियंका गांधी

कांग्रेस महासचिव और उत्‍तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि सरकार कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए कुछ भी नहीं कर रही है.

उत्तर प्रदेश सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है: प्रियंका गांधी
प्रियंका गांधी वाद्रा ने कहा कि सरकार कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए कुछ भी नहीं कर रही.
लखनऊ:

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा (Priyanka Gandhi Vadra) ने शुक्रवार को कोरोना वायरस (Coronavirus) संक्रमण को लेकर उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में पार्टी के जिला और शहर अध्यक्षों के साथ बातचीत की और लोगों की मदद के लिए आगे आने को कहा. इस दौरान, वाड्रा ने आरोप लगाया कि राज्य सरकार अपनी जिम्मेदारी से भाग रही है. प्रदेश कांग्रेस (Congress) मुख्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, जिला और शहर अध्यक्षों से ऑनलाइन बातचीत के दौरान कांग्रेस महासचिव और उत्‍तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी वाद्रा ने राज्य सरकार पर हमला करते हुए आरोप लगाया कि सरकार कोरोना संक्रमण पर नियंत्रण के लिए कुछ भी नहीं कर रही है. उन्होंने पार्टी पदाधिकारियों से इस महामारी में आम जनता के साथ खड़े होने का आह्वान करते हुए कहा कि लोगों की मदद के लिए आगे आएं और पूरी सावधानी बरतें. बातचीत के दौरान प्रियंका गांधी ने कांग्रेस पदाधिकारियों से जमीनी स्तर की जानकारी भी ली.

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इससे पहले कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी (Priyanka Gandhi)  ने बुधवार यानी 21 अप्रैल को मोदी सरकार पर आरोप लगाया था कि सरकार कोविड-19 जैसे अप्रत्याशित संकट के वक्त में भी विपक्ष को अपने विश्वास में नहीं ले रही है. प्रियंका ने इस बात पर जोर दिया कि 'ऐसे वक्त में जब पूरे देश को साथ खड़े होने की जरूरत है, मोदी सरकार अपने पूर्ववर्ती मनमोहन सिंह के सुझावों तक का मजाक उड़ा रही है.'

पीएम मोदी पर हमला करते हुए प्रियंका ने न्यूज एजेंसी ANI के साथ एक इंटरव्यू में कहा था कि उन्हें अब अपने 'पब्लिक रिलेशन एक्सरसाइज' को बंद करके लोगों और विपक्ष से इस संकट के बारे में बात करनी चाहिए. कांग्रेस नेता ने दावा किया कि मोदी सरकार पाकिस्तान की इंटेल एजेंसी आईएसआई तक से बात करने को तैयार है, लेकिन वो विपक्षी नेताओं से बात नहीं कर सकती.

प्रियंका ने कहा, 'मुझे नहीं लगता कि आज विपक्ष का कोई ऐसा नेता है जो सरकार को सकारात्मक और रचनात्मक सुझाव नहीं दे रहा है. सभी राजनीतिक पार्टियां कह रही हैं कि वो संकट में केंद्र के साथ खड़ी हैं.' उन्होंने आगे कहा, 'मनमोहन सिंह 10 सालों तक हमारे प्रधानमंत्री थे. सब जानते हैं कि वो कितने सम्मानित व्यक्ति थे. अगर वो कोई सुझाव दे रहे हैं तो आपको उन्हें सुनना चाहिए. उनके सुझावों को उतने ही सम्मान से सुना जाना चाहिए, जितने सम्मान से वो दिए गए थे. अगर विपक्ष अपनी आवाज नहीं उठाएगा, तो कौन उठाएगा?

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बता दें कि प्रियंका का यह बयान तब आया था, जब रविवार को ही मनमोहन सिंह ने पीएम मोदी के नाम से एक चिट्ठी लिखी थी और वैक्सीनेशन को लेकर कई सुझाव दिए थे. उन्होंने कहा था कि सरकार को जनसंख्या के हिसाब से टीकाकरण का प्रतिशत बढ़ाना चाहिए.' उन्होंने कुछ और सुझाव दिए थे, जिन्हें उन्होंने 'रचनात्मक सहयोग' बताया था, लेकिन केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉक्टर हर्षवर्धन ने उनकी चिट्ठी पर जवाब दिया, जिसमें उन्होंने कहा था कि अगर कांग्रेस पार्टी के सदस्य उनके सुझावों को सुनें तो इतिहास उनसे नरमी से पेश आएगा.

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(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है।)

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