कश्मीर घाटी में सक्रिय कुख्यात आतंकी अबू दूजाना, अबू हमास,अलताफ अहमद डार, बशीर अहमद वानी, जुनैद अहमद मट्टू और मोहम्मद यासीन इट्टू.
नई दिल्ली:
सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकियों की हिट लिस्ट जारी की है जो कि उनके निशाने पर हैं. सेना का मानना है कि अगर वह इन टॉप कमांडरों का सफाया कर देती है तो आतंकी संगठनों की कमर टूट जाएगी. लिहाजा किसी भी सूरत में इनका सफाया करना सुरक्षा बलों की प्राथमिकता सूची में है. सुरक्षाबलों ने कश्मीर में सक्रिय ऐसे 12 आतंकियों की लिस्ट जारी की है जिनकी अब खैर नहीं है. फिलहाल जम्मू-कश्मीर में हिज्बुल मुजाहिदीन, लश्करे तैय्यबा और जैश ए मोहम्मद के आतंकी सक्रिय हैं जिनकी तादाद करीब 200 है.
इन आतंकियों में पहला नंबर है लश्कर तैय्यबा के अबू दूजाना का. पाकिस्तान का रहने वाला यह खूंखार आतंकी लश्करे तैय्यबा का साउथ कश्मीर का डिवीजनल कमांडर है. यह ए++ कैटेगरी का आतंकी है जिसके सर पर करीब 15 लाख का इनाम है. यह कई बार सुरक्षाबलों को चकमा देकर भाग चुका है. यह भागने में बहुत तेज है और तुरंत अपनी रणनीति बदलकर सुरक्षाबलों के हाथ से निकल जाता है. कश्मीर में यह 2014 से सक्रिय है.
नंबर दो पर नाम आता है हिज्बुल मुजाहिदीन के रियाज नाइको उर्फ जुबैर का. अवंतीपुरा का रहने वाला यह आतंकी फिलहाल हिज्ब पुलवामा में डिस्ट्रिक कमांडर है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. यह 2012 में आतंकी बना था. अब जबकि हिज्बुल का कमांडर सब्जार मारा जा चुका है संभावना यह है कि हिज्बुल की कमान इसे ही मिल जाए. अगर हिज्बुल की कमान नाइको को नहीं मिलती है तो इसकी कमान सद्दाम पद्दार उर्फ जैद को मिल सकती है. यह फिलहाल हिज्बुल मुजाहिदीन के शोपियां का कमांडर है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. पिछले साल हिज्बुल के मारे गए आतंकी बुरहान वानी का यह करीबी साथी है. यह दो साल पहले आतंकी बना है लेकिन इलाके में इसकी काफी दहशत है.
अबू हमास जैश ए मोहम्मद का आंतकी है जो पाकिस्तान का रहने वाला है. यह सन 2016 में जैश में भर्ती हुआ. यह जैश का डिवीजनल कमांडर है. यह ए++ कैटेगरी का काफी खूंखार आतंकी माना जाता है.
हिज्बुल मुजाहिदीन के डिवीजनल कमांडर जाकिर राशिद भट्ट उर्फ मूसा का भी खौफ कम नहीं है. मूसा ने हाल ही में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं के सर काटने की धमकी दी थी. वर्ष 2013 से हिज्बुल में सक्रिय मूसा ए++ कैटेगरी का आतंकी है. सन 2013 में आतंकी बना मूसा साउथ कश्मीर के अवंतीपुरा का ही रहने वाला है और फिलहाल हिज्बुल से नाराज चल रहा है.
सुरक्षाबलों की मानें तो केवल यही नहीं लश्करे तैय्यबा का डिस्ट्रिक कमांडर शौकत अहमद टॉक उर्फ हुजैफा भी कम खतरनाक नहीं है. यह अवंतीपुरा के पंजगाम का रहने वाला है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है जो 2011 से सक्रिय है. लश्करे तैय्यबा का ही बशीर अहमद वानी उर्फ लश्कर अनंतनाग का डिस्ट्रिक कमांडर है जो ए++ कैटेगरी का आतंकी है. कोकरनाग का रहने वाले यह आतंकी 2015 से सक्रिय है. लश्कर का ही वासिम अहमद उर्फ ओसामा शोपियां का एलईटी कमांडर है. यह रहने वाला भी शोपियां का ही है और 2014 से आतंकी है. ए++ कैटेगरी का यह खूंखार आतंकी बुरहान वानी के ग्रुप में था. कश्मीर घाटी में सक्रिय खूंखार आतंकी रियाज नाइको, सद्दाम पद्दार, शौकत अहमद टॉक, वासिम अहमद, जाकिर राशिद भट्ट और जीनत उल इस्लाम.
हिज्बुल मुजाहिदीन का अलताफ अहमद डार उर्फ काचूरु भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. कुलगाम इलाके का यह हिज्बुल का डिस्ट्रिक कमांडर है. यह सन 2006 से सक्रिय है. हिज्बुल मुजाहिदीन का बडगाम डिस्ट्रिक कमांडर मोहम्मद यासीन इट्टू उर्फ मंसूर ए कैटेगरी का आतंकी है. 2015 में आतंकी बना इट्टू बडगाम के ही चाद्दूरा का रहने वाला है.
जीनत उल इस्लाम उर्फ अल्कामा लश्करे तैय्यबा का आतंकी है जो शोपियां के सौगाम जानीपुरा का रहने वाला है.यह 2015 से लश्कर का आतंकी है. जुनैद अहमद मट्टू उर्फ कांडरु लश्करे तैय्यबा का डिस्ट्रिक कमांडर है. कुलगाम का रहने वाले कांडरु 2015 में आतंकी बना है और ए कैटेगरी का आतंकी है.
माना जाता है कि अमूमन एक आतंकी सात साल से अधिक सक्रिय नहीं रह पाता है. आतंकी बनने के बाद बुरहान वानी पांच साल के भीतर मारा गया तो सब्जार छह साल में. यही नहीं सब्जार के साथ फैजान तो आतंकी बनने के छह महीने के भीतर मारा गया.
पिछले साल सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में 141 आतंकियों को मार गिराया था जबकि इस साल अब तक 56 आतंकी मारे गए हैं. अभी कश्मीर में 200 से 225 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें से 100 से 125 साउथ कश्मीर में तो बाकी नार्थ कश्मीर में सक्रिय हैं. साउथ कश्मीर में सुरक्षाबलों को ऑपरेशन करने में इसीलिए दिक्कत आ रही है. इनमें ज्यादातर आतंकी स्थानीय हैं. लोकल होने की वजह से इनका सपोर्ट बेस भी काफी है जिसका फायदा उठाकर यह आतंकी भाग जाते हैं. वहीं नार्थ कश्मीर में विदेशी आतंकियों की तदाद ज्यादा है.
वैसे सुरक्षाबलों की मानें तो अब जम्मू इलाके में आतंकी न के बराबर रह गए हैं. खासकर राजौरी, पुंछ जैसी जगहों पर गिनती के आतंकी रह गए हैं और उनको स्थानीय लोगों का समर्थन न के बराबर है. सुरक्षाबलों का मानना है कि जिन आतंकियों की तस्वीर जारी हो चुकी है वे तो वैसे भी निशाने पर हैं. इनके बारे में लगातार खबरें मिलती रहती हैं. आज नहीं तो कल इन सारे खूंखार आतंकियों का सफाया तय है.
इन आतंकियों में पहला नंबर है लश्कर तैय्यबा के अबू दूजाना का. पाकिस्तान का रहने वाला यह खूंखार आतंकी लश्करे तैय्यबा का साउथ कश्मीर का डिवीजनल कमांडर है. यह ए++ कैटेगरी का आतंकी है जिसके सर पर करीब 15 लाख का इनाम है. यह कई बार सुरक्षाबलों को चकमा देकर भाग चुका है. यह भागने में बहुत तेज है और तुरंत अपनी रणनीति बदलकर सुरक्षाबलों के हाथ से निकल जाता है. कश्मीर में यह 2014 से सक्रिय है.
नंबर दो पर नाम आता है हिज्बुल मुजाहिदीन के रियाज नाइको उर्फ जुबैर का. अवंतीपुरा का रहने वाला यह आतंकी फिलहाल हिज्ब पुलवामा में डिस्ट्रिक कमांडर है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. यह 2012 में आतंकी बना था. अब जबकि हिज्बुल का कमांडर सब्जार मारा जा चुका है संभावना यह है कि हिज्बुल की कमान इसे ही मिल जाए. अगर हिज्बुल की कमान नाइको को नहीं मिलती है तो इसकी कमान सद्दाम पद्दार उर्फ जैद को मिल सकती है. यह फिलहाल हिज्बुल मुजाहिदीन के शोपियां का कमांडर है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. पिछले साल हिज्बुल के मारे गए आतंकी बुरहान वानी का यह करीबी साथी है. यह दो साल पहले आतंकी बना है लेकिन इलाके में इसकी काफी दहशत है.
अबू हमास जैश ए मोहम्मद का आंतकी है जो पाकिस्तान का रहने वाला है. यह सन 2016 में जैश में भर्ती हुआ. यह जैश का डिवीजनल कमांडर है. यह ए++ कैटेगरी का काफी खूंखार आतंकी माना जाता है.
हिज्बुल मुजाहिदीन के डिवीजनल कमांडर जाकिर राशिद भट्ट उर्फ मूसा का भी खौफ कम नहीं है. मूसा ने हाल ही में हुर्रियत कॉन्फ्रेंस के नेताओं के सर काटने की धमकी दी थी. वर्ष 2013 से हिज्बुल में सक्रिय मूसा ए++ कैटेगरी का आतंकी है. सन 2013 में आतंकी बना मूसा साउथ कश्मीर के अवंतीपुरा का ही रहने वाला है और फिलहाल हिज्बुल से नाराज चल रहा है.
सुरक्षाबलों की मानें तो केवल यही नहीं लश्करे तैय्यबा का डिस्ट्रिक कमांडर शौकत अहमद टॉक उर्फ हुजैफा भी कम खतरनाक नहीं है. यह अवंतीपुरा के पंजगाम का रहने वाला है. यह भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है जो 2011 से सक्रिय है. लश्करे तैय्यबा का ही बशीर अहमद वानी उर्फ लश्कर अनंतनाग का डिस्ट्रिक कमांडर है जो ए++ कैटेगरी का आतंकी है. कोकरनाग का रहने वाले यह आतंकी 2015 से सक्रिय है. लश्कर का ही वासिम अहमद उर्फ ओसामा शोपियां का एलईटी कमांडर है. यह रहने वाला भी शोपियां का ही है और 2014 से आतंकी है. ए++ कैटेगरी का यह खूंखार आतंकी बुरहान वानी के ग्रुप में था.
हिज्बुल मुजाहिदीन का अलताफ अहमद डार उर्फ काचूरु भी ए++ कैटेगरी का आतंकी है. कुलगाम इलाके का यह हिज्बुल का डिस्ट्रिक कमांडर है. यह सन 2006 से सक्रिय है. हिज्बुल मुजाहिदीन का बडगाम डिस्ट्रिक कमांडर मोहम्मद यासीन इट्टू उर्फ मंसूर ए कैटेगरी का आतंकी है. 2015 में आतंकी बना इट्टू बडगाम के ही चाद्दूरा का रहने वाला है.
जीनत उल इस्लाम उर्फ अल्कामा लश्करे तैय्यबा का आतंकी है जो शोपियां के सौगाम जानीपुरा का रहने वाला है.यह 2015 से लश्कर का आतंकी है. जुनैद अहमद मट्टू उर्फ कांडरु लश्करे तैय्यबा का डिस्ट्रिक कमांडर है. कुलगाम का रहने वाले कांडरु 2015 में आतंकी बना है और ए कैटेगरी का आतंकी है.
माना जाता है कि अमूमन एक आतंकी सात साल से अधिक सक्रिय नहीं रह पाता है. आतंकी बनने के बाद बुरहान वानी पांच साल के भीतर मारा गया तो सब्जार छह साल में. यही नहीं सब्जार के साथ फैजान तो आतंकी बनने के छह महीने के भीतर मारा गया.
पिछले साल सुरक्षाबलों ने जम्मू-कश्मीर में 141 आतंकियों को मार गिराया था जबकि इस साल अब तक 56 आतंकी मारे गए हैं. अभी कश्मीर में 200 से 225 आतंकी सक्रिय हैं. इनमें से 100 से 125 साउथ कश्मीर में तो बाकी नार्थ कश्मीर में सक्रिय हैं. साउथ कश्मीर में सुरक्षाबलों को ऑपरेशन करने में इसीलिए दिक्कत आ रही है. इनमें ज्यादातर आतंकी स्थानीय हैं. लोकल होने की वजह से इनका सपोर्ट बेस भी काफी है जिसका फायदा उठाकर यह आतंकी भाग जाते हैं. वहीं नार्थ कश्मीर में विदेशी आतंकियों की तदाद ज्यादा है.
वैसे सुरक्षाबलों की मानें तो अब जम्मू इलाके में आतंकी न के बराबर रह गए हैं. खासकर राजौरी, पुंछ जैसी जगहों पर गिनती के आतंकी रह गए हैं और उनको स्थानीय लोगों का समर्थन न के बराबर है. सुरक्षाबलों का मानना है कि जिन आतंकियों की तस्वीर जारी हो चुकी है वे तो वैसे भी निशाने पर हैं. इनके बारे में लगातार खबरें मिलती रहती हैं. आज नहीं तो कल इन सारे खूंखार आतंकियों का सफाया तय है.
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