अमृतसर में मादक पदार्थों के कथित तस्कर के घर पर छापेमारी के दौरान उप निरीक्षक पर हुए हमले को रोकने की कोशिश नहीं करने के लिए तीन पुलिसकर्मियों और होमगार्ड के एक जवान को शनिवार को बर्खास्त कर दिया गया. पुलिस ने बताया कि उप निरीक्षक (एसआई) बलदेव सिंह की टीम अमृतसर के चोगावन गांव में अमनदीप सिंह के घर पर शुक्रवार को छापा मारने गई थी. उन्होंने बताया कि छापेमारी के दौरान कुछ लोगों ने अधिकारी को बुरी तरह से मारा-पीटा.
पंजाब में तैनात बीएसएफ अधिकारी और उनकी पत्नी को विदेशी घोषित किया
सोशल मीडिया पर वायरल हुए हमले के वीडियो में एसआई के सहयोगी वहां मूकदर्शक बन कर खड़े देखे गए. एक आधिकारिक विज्ञप्ति में बताया गया कि पंजाब के मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह ने एसआई पर हमले के इस मामले का स्वत: संज्ञान लेते हुए अधिकारी के साथ गए और हमले के दौरान मूकदर्शक बने रहे पुलिसकर्मियों को तत्काल पद से हटाने का शनिवार को आदेश दिया. इसमें कहा गया कि मुख्यमंत्री ने इस तथ्य पर गंभीरता से गौर किया है कि एसआई के साथ गए पुलिसकर्मी उसे पीटे जाने के दौरान चुप्पी साधे खड़े थे.
इस मुद्दे पर ट्विटर पर भिड़े कैप्टन अमरिंदर और सुखबीर सिंह बादल
विज्ञप्ति में अमरिंदर सिंह के हवाले से कहा गया, “वर्दी धारियों से इस तरह का कायराना व्यवहार अस्वीकार्य है.” इसमें बताया गया कि मुख्यमंत्री के आदेश पर अमल करते हुए पंजाब पुलिस के महानिदेशक दिनकर गुप्ता ने तरन तारन के कच्चा पक्का थाने के एसआई बलदेव सिंह के साथ गए पुलिस दल की भूमिका की जांच के आदेश दिए हैं. विज्ञप्ति में बताया गया कि जांच रिपोर्ट के आधार पर सहायक एसआई सविंदर सिंह, हेड कॉन्स्टेबल गुरविंदर सिंह, कॉन्स्टेबल निशान सिंह और होम गार्ड के जवान दर्शन सिंह को कार्य में चूक को लेकर पद से हटा दिया गया.
Video: बटाला में पटाखा कारखाने में आग लगने से 21 की मौत
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं