भारत में पुरुषों के मुकाबले कोरोना वैक्सीन लेने वाली महिलाओं (Covid Vaccination Male Female Ratio)की तादाद काफी कम है. केंद्र सरकार ने इस पर चिंता जताई है. आंकड़ों के अनुसार, अब तक वैक्सीन लेने वालों में 54 फीसदी पुरुष और 46 फीसदी महिलाएं हैं, यानी दोनों के बीच आठ फीसदी का फासला है. जबकि आबादी के अनुपात में देखा जाए तो देश में पुरुषों और महिलाओं के बीच अंतर महज 5 फीसदी का है.जबकि भारत में कोरोना टीकाकरण (India Covid Vaccination) काफी तेजी पकड़ रहा है तो इस अंतर को दूर किए जाने की सख्त जरूरत है. शनिवार को ही क़रीब 60 लाख टीके लगाए गए.
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लिहाजा इस तेज़ी में पुरुषों और महिलाओं के बीच अगर टीके लगवाने का दायरा इसी तरह बढ़ता रहा तो देश की बड़ी आबादी पर कोरोना संक्रमण का जोखिम बना रहेगा. इस असंतुलन की मुख्य वजह है सही जानकारी का न पहुंचना और टीकाकरण केंद्रों तक महिलाओं की पहुंच कम होना.
टीकाकरण के मामले में पुरुषों और महिलाओं के बीच ये अंतर सबसे ज़्यादा दिल्ली और उत्तर प्रदेश में है. जहां टीका लगवाने वालों में 58% पुरुष हैं और 42% महिलाएं. सिर्फ़ चार राज्य आंध्रप्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़ और हिमाचल प्रदेश ऐसे हैं जहां टीका लगवाने वाली महिलाओं की तादाद या तो पुरुषों से ज़्यादा है या बराबर. नीति आयोग के सदस्य डॉ वीके पॉल कहते हैं, आने वाले दिनों में इस असंतुलन को दूर करना होगा. हमें टीकाकरण केंद्रों तक महिलाओं की पहुंच बेहतर बनानी होगी.
कोरोना वैक्सीन को लेकर किस कदर भ्रम और आशंकाएं हैं, इसका उदाहरण दिल्ली में ही मिलता है. साउथ वेस्ट दिल्ली के मुनिरका के एक कमरे के घर में रहने वाली सरोज गुप्ता ने कहा कि उनके पति सिक्योरिटी गार्ड औऱ उनके चार बच्चे हैं. उन्हें वैक्सीन लगवाने को लेकर डर हैं. उनका कहना है कि इससे काफी लोगों को निमोनिया, बुखार या ऑक्सीजन की कमी जैसी बातें सामने आई हैं. सरोज को डर है कि अगर उन्हें कुछ हो गया तो उनके चार बच्चों का क्या होगा.
इसी कारण वो वैक्सीन नहीं लगवाना चाहतीं. यह पूछे जाने पर कि क्या कोई सरकारी कर्मचारी या आशा वर्कर उनके घर पर वैक्सीन के बारे में जानकारी देने के लिए आई तो उन्होंने ना में जवाब दिया. घरो में काम करने वाली और ठीक से चलने-फिरने में असमर्थ संगीता ने कहा कि वो पास के वैक्सीनेशन सेंटर पर गई थीं, लेकिन वैक्सीन नहीं लग पाई. वो काफी दूर जाकर टीका नहीं लगवा सकतीं. संगीता का कहना है कि बस में जगह नहीं मिलती. ऑटो का किराया उनके लिए काफी ज्यादा है.
देश की स्थिति...
पुरुष - 54%
महिलाएं - 46%
8% का बड़ा अंतर
राज्यों का हाल--------
यूपी और दिल्ली
पुरुष - 58%
महिलाएं - 42%
आंध्रप्रदेश
पुरुष - 46%
महिलाएं - 53%
केरल
पुरुष - 48%
महिलाएं - 52%
छत्तीसगढ़
पुरुष - 49.6%
महिलाएं - 50%
हिमाचल प्रदेश
पुरुष - 50%
महिलाएं - 49.9%
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