शहीद सिपाही सुधीश कुमार (फाइल फोटो)
नई दिल्ली:
शहीद हुए सेना के सिपाही सुदीश कुमार को राजौरी में राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गई. लाइन ऑफ कंट्रोल पर सरहद की हिफाजत करते हुए बहादुर जवान सुदीश कुमार शहीद हुए.
राजौरी में सेना की 25 डिवीजन में शाम को 16 वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एके शर्मा की ओर से श्रद्धांजलि दी गई. अंतिम संस्कार के लिए शहीद जवान का शव पैतृक गांव ले जाया गया.
24 साल के सिपाही सुदीश कुमार उत्तरप्रदेश के संभल जिले के रहने वाले थे. सेना के इस जांबाज सिपाही के परिवार में बुजर्ग माता-पिता, पत्नी और चार महीने की बच्ची है. सुदीश 2013 में सेना में भर्ती हुए थे. वे अपने गांव के पहले आदमी थे जो सेना में भर्ती हुए. उन्होंने अपनी जिदंगी देश के लिए कुर्बान कर दी. उनका यह बलिदान आने वाले पीढ़ियों को प्रेरणा देगा.
राजौरी में सेना की 25 डिवीजन में शाम को 16 वीं कोर के जीओसी लेफ्टिनेंट जनरल एके शर्मा की ओर से श्रद्धांजलि दी गई. अंतिम संस्कार के लिए शहीद जवान का शव पैतृक गांव ले जाया गया.
24 साल के सिपाही सुदीश कुमार उत्तरप्रदेश के संभल जिले के रहने वाले थे. सेना के इस जांबाज सिपाही के परिवार में बुजर्ग माता-पिता, पत्नी और चार महीने की बच्ची है. सुदीश 2013 में सेना में भर्ती हुए थे. वे अपने गांव के पहले आदमी थे जो सेना में भर्ती हुए. उन्होंने अपनी जिदंगी देश के लिए कुर्बान कर दी. उनका यह बलिदान आने वाले पीढ़ियों को प्रेरणा देगा.
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