बिहार के औरंगाबाद जिले में माओवादियों द्वारा लगाई बारूदी सुरंग को निष्क्रिय करने के दौरान हुए विस्फोट में घायल हुए सीआरपीएफ के जिस जवान को टीवी पर अपनी जिंदगी बचाने की गुहार लगाते हुए दिखाया गया था, वह जीवित है। सीआरपीएफ प्रमुख दिलीप त्रिवेदी ने आज यह बात साफ की।
सीआरपीएफ महानिदेशक त्रिवेदी ने कहा कि टीवी चैनलों पर जिस जवान को दिखाया गया था, वह उप कमांडेंट इंद्रजीत सिंह नहीं थे, जिनकी कल हुए विस्फोट में घायल होने के बाद मौत हो गयी थी।
त्रिवेदी ने कहा, 'टीवी चैनलों पर दिखाया गया, जांबाज हमारा जवान दिलीप है जिसे पटना के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया था और जो जिंदा है लेकिन वह घायल है। दुख की बात है कि हमले में जख्मी हुए उप कमांडेंट इंद्रजीत की जान चली गई।'
इससे पहले सोमवार को टीवी चैनलों पर दिखाये गए एक हृदय विदारक वीडियो में दिलीप को प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति से अपनी जान बचाने की गुहार लगाते हुए दिखाया गया था। कुछ चैनलों पर दावा किया गया था कि वह उप कमांडेंट इंद्रजीत सिंह हैं, जिनकी बाद में मौत हो गई।
कांस्टेबल दिलीप को टीवी चैनलों पर जारी वीडियो में दर्द से तड़पते हुए दिखाया गया और वह गुहार लगा रहे थे, 'मेरे पास कोई डॉक्टर नहीं है। मैं मर जाऊंगा। मेरा खून बह रहा है। मेरे छोटे बच्चे हैं। दो घंटे हो गए, लेकिन मुझे ले जाने के लिए हेलीकॉप्टर नहीं आया। मैं आईईडी विस्फोट में घायल हो गया हूं।
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