मामला डांस बार पर बैन का : जब सुप्रीम कोर्ट ने पूछ लिया, कौन था नचिकेता?

मामला डांस बार पर बैन का : जब सुप्रीम कोर्ट ने पूछ लिया, कौन था नचिकेता?

सुप्रीम कोर्ट (फाइल फोटो)।

नई दिल्ली:

मुंबई डांस बार के मामले की सुनवाई चल रही थी। देश के तीन बड़े वकील अपनी-अपनी दलीलें रख रहे थे। केस को सुनने के लिए कोर्ट रूम खचाखच भरा था। तभी जस्टिस दीपक मिश्रा ने एक ऐसा सवाल दाग दिया, जिसका जवाब चंद लोगों को ही मालूम था। उन्होंने पूछा, क्या आपको पता है नचिकेता कौन था, उसकी क्या कहानी है।

नैतिक मूल्यों के आधार पर रोक
दरअसल सुप्रीम कोर्ट में हरीश साल्वे महाराष्ट्र सरकार की ओर से डांस बार पर बैन पर अपनी दलीलें रख रहे थे। बता रहे थे कि सामाजिक और नैतिक मूल्यों के आधार पर डांस बार पर बैन लगाया गया है। उसी वक्त सलमान खुर्शीद ने कोर्ट से आग्रह किया कि वे इस मामले में कोर्ट की मदद करना चाहते हैं, क्योंकि कई तथ्य सही तरीके से नहीं रखे गए हैं।

कोर्ट ग्राउंड रियलिटी को देख रहा है
इस पर जस्टिस मिश्रा ने कहा कि कोर्ट ग्राउंड रिएलिटी को देखते हुए सुनवाई कर रहा है। नैतिकता की बात आते ही जस्टिस मिश्रा ने पूछ लिया कि नचिकेता कौन था, क्या कहानी है।  सलमान खुर्शीद ने कहा कि उन्होंने सुना है इस बारे में जबकि हरीश साल्वे ने कहा कि उन्हें नहीं पता। इस पर डांस बार की तरफ से पेश कपिल सिब्बल ने कहा कि जूनियर को नचिकेता के बारे में पढ़कर साल्वे को सुनाना चाहिए। हालांकि इसी दौरान ASG पिंकी आनंद ने कहा कि उन्हें पता है यह यमराज की कहानी है। इसके बाद कोर्ट ने सलमान खुर्शीद को भी सुनवाई में शामिल कर लिया। गौरतलब है कि नचिकेता एक पौराणिक कथा का ऐसा पात्र है जिसने अपने पिता को नैतिकता का पाठ पढ़ाया था।

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जस्टिस मिश्रा अपनी टिप्पणियों के लिए जाने जाते हैं। डांस बार की पाबंदी पर उन्होंने कई बड़े संवैधानिक सवाल महाराष्ट्र सरकार से पूछे हैं। डांस को सम्मानित कला और पेशा बताते हुए कहा है कि अगर किसी कानून का उल्लंघन न हो रहा हो तो किसी को डांस करने से कैसे रोका जा सकता है।