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This Article is From Dec 09, 2020

मुख्यमंत्री KCR की PM मोदी को चिट्ठी, 'सेंट्रल विस्टा' को बताया राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक

तेलंगाना के मुख्यमंत्री KCR ने अपनी चिट्ठी में लिखा, 'नई सेंट्रल विस्टा परियोजना एक पुनरुत्थान, आत्मविश्वास और मजबूत भारत के आत्मसम्मान, प्रतिष्ठा और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक होगी.'

मुख्यमंत्री KCR की PM मोदी को चिट्ठी, 'सेंट्रल विस्टा' को बताया राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक
तेलंगाना के मुख्यमंत्री KCR और PM मोदी. (फाइल फोटो)
हैदराबाद:

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) गुरुवार को सेंट्रल विस्टा (Central Vista) प्रोजेक्ट को हरी झंडी दिखाएंगे. तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव (K Chandrasekhar Rao) ने इस बाबत एक पत्र भेज पीएम मोदी को शुभकामनाएं दी हैं. KCR ने इस प्रोजेक्ट को राष्ट्रीय महत्व के लिहाज से बेहद अहम बताया और कहा कि यह राष्ट्रीय गौरव और आत्मसम्मान का प्रतीक होगा.

मुख्यमंत्री KCR ने अपनी चिट्ठी में लिखा, 'नई सेंट्रल विस्टा परियोजना एक पुनरुत्थान, आत्मविश्वास और मजबूत भारत के आत्मसम्मान, प्रतिष्ठा और राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक होगी. मैं इस प्रतिष्ठित और राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण परियोजना के शीघ्र पूरा होने की कामना करता हूं.' नए संसद भवन का निर्माण सेंट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के तहत ही हो रहा है.

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लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला (Om Birla) ने पांच दिसंबर को कहा था कि प्रधानमंत्री मोदी 10 दिसंबर को नए संसद भवन की आधारशिला रखेंगे. इसका निर्माण कार्य 2022 तक पूरा होने की संभावना है, जिसमें 971 करोड़ रुपये का खर्चा आ सकता है. 2024 तक साझा केंद्रीय सचिवालय के बनने का अनुमान है.

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गौरतलब है कि सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) ने बीते सोमवार को सरकार की सेंट्रल विस्टा परियोजना का विरोध करने वाली लंबित याचिकाओं पर कोई फैसला आने तक निर्माण कार्य या इमारतों को गिराने जैसा कोई काम ना करने का आश्वासन मिलने के बाद केंद्र को इसकी आधारशिला रखने का कार्यक्रम आयोजित करने की मंजूरी दी है.

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सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने न्यायमूर्ति ए. एम. खानविलकर के नेतृत्व वाली एक पीठ को कहा कि केवल आधारशिला रखने का कार्यक्रम किया जाएगा, वहां कोई निर्माण कार्य या इमारतों को गिराने जैसा कोई काम नहीं होगा. इस परियोजना की घोषणा पिछले वर्ष सितंबर में हुई थी, जिसमें एक नये त्रिकोणाकार संसद भवन का निर्माण किया जाना है. इसमें 900 से 1200 लोगों के बैठने की क्षमता होगी. इसके निर्माण का लक्ष्य अगस्त 2022 तक है, जब देश स्वतंत्रता की 75वीं वर्षगांठ मनाएगा.

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