बीएसएफ का जवान तेज बहादुर (फाइल फोटो)
खास बातें
- वीडीयो पोस्ट करने के बाद कई पोस्ट पाकिस्तानियों ने भी किए
- तेजबहादुर के क़रीब 40 फेसबुक अकाउंट्स सामने आए जिनमें से 39 फ़र्ज़ी निकले
- जांच चल रही है क्योंकि कई में फ़र्ज़ी सर्वर भी सामने आए हैं
नई दिल्ली: बीएसएफ जवान तेजबहादुर के फेसबुक पर क़रीब 500 दोस्त पाकिस्तान के थे. इस बात को लेकर सुरक्षा एजेंसियों में हलचल मची हुई है. केन्द्रीय गृह मंत्रालय के मुताबिक़ तेजबहादुर के फेसबुक पर क़रीब 3000 दोस्त हैं और उनमें से क़रीब 17-18 फीसदी पाकिस्तानी हैं. एक वरिष्ठ अधिकारी ने एनडीटीवी इंडिया से कहा, "जब जांच शुरू हुई तब उसके फेसबुक अकाउंट की भी जांच हुई, तब ये तथ्य सामने आया." उनके मुताबिक़ ये सब दोस्त उसके वीडीयो पोस्ट करने के पहले से थे. बीएसएफ के एक अधिकारी का कहना है, "एक जवान जो इतने पिछड़े इलाक़े में पोस्टेड हो उसके इतने पाकिस्तानी दोस्त हों, ये चौंकाने वाली बात है." सुरक्षा एजेंसियों की चिंता ज़्यादा इसलिए भी बढ़ गई क्योंकि वीडीयो पोस्ट करने के बाद कई पोस्ट तेजबहादुर के पेज पर पाकिस्तानियों ने भी किए जिनमें भारतीय सुरक्षाबलों को ख़ूब अपशब्द कहे गए.
मंत्रालय का कहना है कि 'कई हैशटैग भी शुरू किए गए जैसे #shameindianforces #mutinyinindianforces ये सब चिंता का कारण हैं क्योंकि आख़िर में हर फ़ोर्स में अनुशासन होना जरूरी है." इंटेलिजेंस ब्यूरो ने जो रिपोर्ट मंत्रालय को दी उसके मुताबिक़ तेजबहादुर के क़रीब 40 फेसबुक अकाउंट्स सामने आए हालांकि उसमें से 39 फ़र्ज़ी पाए गए. एक अधिकारी ने बताया, "ये सभी अकाउंट वीडीयो पोस्ट करने के बाद के हैं. इसमें अब जांच चल रही है कि इनके सर्वर कहां हैं. क्योंकि कई में फ़र्ज़ी सर्वर भी सामने आए हैं."
उधर बीएसएफ़ का कहना है कि इस मामले की जांच वो तसल्ली से कर रही है. अधिकारी ने कहा, "तेजबहादुर ने दावा किया था कि कई जवान इस बात से सहमत हैं कि बीएसएफ में खाना ठीक नहीं मिल रहा, इसीलिए हमने सबको कहा है कि अगर कोई सामने आकर ये बात कहना चाहता है तो कहे. लेकिन अभी तक कोई चश्मदीद सामने नहीं आया है." केन्द्रीय गृह सचिव राजीव महर्षि ने एनडीटीवी से कहा, "सभी फोर्सेज़ में अनुशासन जरूरी है, एक सिस्टम है, अगर किसी को शिकायत है तो उसे करे ना कि सोशल मीडिया के ज़रिए अपनी बात कहे."