DMK प्रमुख बनने के तुरंत बात ही स्टालिन ने मोदी सरकार पर हमला बोला.
चेन्नई :
भाजपा की तरफ द्रविड़ मुनेत्र कड़गम (DMK) के झुकाव की अटकलों पर विराम लगाते हुए नवनिर्वाचित अध्यक्ष एमके स्टालिन (MK Stalin) ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर तीखा हमला बोला. स्टालिन ने कहा कि मोदी सरकार भारत का भगवाकरण करने की कोशिश कर रही है. स्टालिन ने पार्टी अध्यक्ष पद की शपथ लेने के बाद अपने पहले संबोधन में कहा, 'आइए भगवाकरण की कोशिश कर रही मोदी सरकार को सबक सिखाएं.' यहां महापरिषद की बैठक में सैकड़ों पार्टी प्रतिनिधियों के बीच स्टालिन ने कहा, 'हम उस किसी भी पार्टी का विरोध करेंगे, जो एक भाषा का प्रभुत्व चाहती है.' स्टालिन ने कहा कि राज्य सरकारों के अधिकारों को रौंदा जा रहा है और मोदी सरकार को सबक सिखाने की जरूरत है.
यह भी पढ़ें : करुणानिधि की मृत्यु के 3 हफ्ते बाद DMK की कमान अब स्टालिन के पास
उन्होंने द्रमुक कार्यकर्ताओं से जनविरोधी व रीढ़विहीन अन्नाद्रमुक सरकार को तमिलनाडु से उखाड़ फेंकने की अपील की. स्टालिन ने कहा कि द्रमुक द्रविड़ आइकन ईवी रामास्वामी 'पेरियार' के सामाजिक न्याय की नीतियों से विमुख नहीं होगी. द्रमुक के ईश्वर विरोधी नहीं होने की घोषणा करते हुए स्टालिन ने कहा कि पार्टी पेरियार की तर्कवादी नीति से पीछे नहीं जाएगी. स्टालिन ने भरोसा दिया कि द्रमुक का नया नेतृत्व पार्टी सदस्यों व समर्थकों के विचार को प्रदर्शित करेगा.
उन्होंने स्वीकार किया कि अपने दिवंगत पिता की तरह तमिल भाषा पर उनकी पकड़ नहीं. स्टालिन ने कहा, 'मेरे पास हर चीज के लिए कोशिश करने का स्वभाव है.' उन्होंने कहा कि अब से वह एक अलग स्टालिन हैं और वह द्रमुक व तमिलनाडु को एक नए भविष्य की ओर ले जाएंगे.
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने डीएमके के नवनियुक्त अध्यक्ष एमके स्टालिन को नई जिम्मेदारी की बधाई दी. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'एमके स्टालिन को द्रमुक का अध्यक्ष चुने जाने की बधाई. मैं उनके राजनीतिक सफर में नए अध्याय की शुरुआत होने पर उनकी खुशहाली और सफलता की कामना करता हूं. स्टालिन को उनके पिता एम करुणानिधि के निधन के बाद पार्टी अध्यक्ष चुना गया है.
VIDEO : एमके स्टालिन बने डीएमके प्रमुख
इससे पहले द्रमुक नेता एमके स्टालिन को निर्विरोध पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. पार्टी की आम सभा की बैठक में द्रमुक के महासचिव के. अंबाजगन ने कहा कि स्टालिन को निर्विरोध चुन लिया गया है. पार्टी प्रमुख के पद के लिए 26 अगस्त को नामांकन भरने वाले वह एकमात्र उम्मीदवार थे।. पार्टी अध्यक्ष और पिता एम. करुणानिधि की मृत्यु के तीन सप्ताह बाद 65 वर्षीय स्टालिन को द्रमुक प्रमुख चुना गया है. करुणानिधि का 7 अगस्त को निधन हो गया था. हालांकि स्टालिन के बड़े भाई और द्रमुक से निष्कासित नेता एमके अलागिरी ने धमकी दी थी कि यदि उन्हें पार्टी में वापस नहीं लिया गया तो इसके अंजाम सही नहीं होंगे.
यह भी पढ़ें : करुणानिधि की मृत्यु के 3 हफ्ते बाद DMK की कमान अब स्टालिन के पास
उन्होंने द्रमुक कार्यकर्ताओं से जनविरोधी व रीढ़विहीन अन्नाद्रमुक सरकार को तमिलनाडु से उखाड़ फेंकने की अपील की. स्टालिन ने कहा कि द्रमुक द्रविड़ आइकन ईवी रामास्वामी 'पेरियार' के सामाजिक न्याय की नीतियों से विमुख नहीं होगी. द्रमुक के ईश्वर विरोधी नहीं होने की घोषणा करते हुए स्टालिन ने कहा कि पार्टी पेरियार की तर्कवादी नीति से पीछे नहीं जाएगी. स्टालिन ने भरोसा दिया कि द्रमुक का नया नेतृत्व पार्टी सदस्यों व समर्थकों के विचार को प्रदर्शित करेगा.
पिता करुणानिधि के साथ एमके स्टालिन. (फाइल फोटो)
उन्होंने स्वीकार किया कि अपने दिवंगत पिता की तरह तमिल भाषा पर उनकी पकड़ नहीं. स्टालिन ने कहा, 'मेरे पास हर चीज के लिए कोशिश करने का स्वभाव है.' उन्होंने कहा कि अब से वह एक अलग स्टालिन हैं और वह द्रमुक व तमिलनाडु को एक नए भविष्य की ओर ले जाएंगे.
Congratulations to Shri M K Stalin on being elected President of the DMK. I wish him happiness & success as he begins a new chapter in his political journey. @mkstalin #DMKThalaivarStalin
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) August 28, 2018
उधर, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने डीएमके के नवनियुक्त अध्यक्ष एमके स्टालिन को नई जिम्मेदारी की बधाई दी. राहुल गांधी ने ट्वीट कर कहा, 'एमके स्टालिन को द्रमुक का अध्यक्ष चुने जाने की बधाई. मैं उनके राजनीतिक सफर में नए अध्याय की शुरुआत होने पर उनकी खुशहाली और सफलता की कामना करता हूं. स्टालिन को उनके पिता एम करुणानिधि के निधन के बाद पार्टी अध्यक्ष चुना गया है.
VIDEO : एमके स्टालिन बने डीएमके प्रमुख
इससे पहले द्रमुक नेता एमके स्टालिन को निर्विरोध पार्टी का अध्यक्ष चुना गया. पार्टी की आम सभा की बैठक में द्रमुक के महासचिव के. अंबाजगन ने कहा कि स्टालिन को निर्विरोध चुन लिया गया है. पार्टी प्रमुख के पद के लिए 26 अगस्त को नामांकन भरने वाले वह एकमात्र उम्मीदवार थे।. पार्टी अध्यक्ष और पिता एम. करुणानिधि की मृत्यु के तीन सप्ताह बाद 65 वर्षीय स्टालिन को द्रमुक प्रमुख चुना गया है. करुणानिधि का 7 अगस्त को निधन हो गया था. हालांकि स्टालिन के बड़े भाई और द्रमुक से निष्कासित नेता एमके अलागिरी ने धमकी दी थी कि यदि उन्हें पार्टी में वापस नहीं लिया गया तो इसके अंजाम सही नहीं होंगे.
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं