महिलाओं से रेप और गैंगरेप वीडियो ने देश की सबसे बड़ी अदालत को भी झकझोर दिया। मामले में स्वत: संज्ञान लेते हुए सुप्रीम कोर्ट ने वीडियो को डरावना बताया और मामले की जांच सीबीआई को सौंप दी। कोर्ट ने कहा कि यह मामला गंभीर और चिंताजनक है।
दरअसल प्रजव्वला नामक एनजीओ ने एक पत्र के साथ यह दो वीडियो चीफ जस्टिस को भेजी। एक वीडियो में एक महिला के साथ रेप हो रहा था और दूसरे वीडियो में गैंगरेप। कोर्ट ने इस पर संज्ञान लेते हुए सीबीआई को मामले की जांच का आदेश दिया।
सुप्रीम कोर्ट ने कहा महिलाओं के साथ अपराध गंभीर मामला है। वीडियो डरावने हैं और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए। वीडियो देखने से लगता है कि पहला वीडियो दिल्ली या यूपी का है, जबकि दूसरा पश्चिम बंगाल या ओडिशा का। शीर्ष अदालत ने दिल्ली, यूपी, पश्चिम बंगाल और ओडिशा सरकार को इस संबंध में नोटिस जारी किया है।
एनजीओ ने मांग की थी कि ऐसे अपराधियों का रिकार्ड बनाकर सार्वजनिक किया जाना चाहिए और सोशल मीडिया पर ऐसे वीडियो रोकने और कार्रवाई करने के साथ एक टास्क फोर्स बनाना चाहिए। अदालत ने उसकी इस मांग पर गृह मंत्रालय और सूचना एवं प्रद्योगिकी (आईटी) मंत्रालय से जवाब तलब किया है।
गौरतलब है कि यह वीडियो सामने आने के बाद एनजीओ ने अभियान भी चलाया। इस दौरान कार्यकर्ताओं पर हैदराबाद में हमला भी हुआ। सुप्रीम कोर्ट ने इस मामले पर भी चिंता जताई है।
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