
असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि ताजमहल से ज्यादा बीजेपी और आरएसएस के नेताओं के दिमाग की सफाई की जरूरत है.
- ओवैसी ने कहा भाजपा-आरएसएस नेताओं के दिमाग की सफाई ज्यादा जरूरी
- कहा - ताजमहल में झाड़ू लगाना या सफाई करना जरूरी नहीं है
- ताजमहल के बारे में ‘‘जहरीले’’ बयान देने का आरोप लगाया
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हैदराबाद:
विश्व विरासत ताजमहल को लेकर बयानबाजी के कारण जारी विवाद के बीच उत्तरप्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने गुरुवार को ताजमहल के बाहर सड़क की सफाई की. इस पर फिर एक प्रतिक्रिया एआईएमआईएम के अध्यक्ष असदुद्दीन ओवैसी की तरफ से आ गई. ओवैसी ने कटाक्ष करते हुए कहा है कि भाजपा-आरएसएस नेताओं के दिमाग की सफाई ज्यादा जरूरी है.
हाल के दिनों में ताजमहल के बारे में भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा दिए गए विवादास्पद बयानों का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अब मुख्यमंत्री वहां जा रहे हैं और ताजमहल के परिसर की सफाई कर रहे हैं , मैं कहना चाहूंगा कि ऐसे बयान देने वाले भाजपा नेताओं के दिमाग की सफाई कौन करेगा.’’
VIDEO : ताजमहल में पहुंचे योगी
हैदराबाद के सांसद ने कहा, ‘‘ताजमहल में झाड़ू लगाना या सफाई करना जरूरी नहीं है. वह हो ही रहा है. वाकई, जो सबसे जरूरी है वह यह है कि भाजपा नेताओं के दिमाग की सफाई होनी चाहिए ताकि वे समझ सकें कि ताजमहल भारत की विरासत का अहम हिस्सा है.’’ ओवैसी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस नेता ताजमहल के बारे में ‘‘जहरीले’’ बयान दे रहे हैं और मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि स्मारक देश की संस्कृति और विरासत का हिस्सा नहीं है.
(इनपुट भाषा से)
हाल के दिनों में ताजमहल के बारे में भाजपा के कुछ नेताओं द्वारा दिए गए विवादास्पद बयानों का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ‘‘मुझे लगता है कि अब मुख्यमंत्री वहां जा रहे हैं और ताजमहल के परिसर की सफाई कर रहे हैं , मैं कहना चाहूंगा कि ऐसे बयान देने वाले भाजपा नेताओं के दिमाग की सफाई कौन करेगा.’’
VIDEO : ताजमहल में पहुंचे योगी
हैदराबाद के सांसद ने कहा, ‘‘ताजमहल में झाड़ू लगाना या सफाई करना जरूरी नहीं है. वह हो ही रहा है. वाकई, जो सबसे जरूरी है वह यह है कि भाजपा नेताओं के दिमाग की सफाई होनी चाहिए ताकि वे समझ सकें कि ताजमहल भारत की विरासत का अहम हिस्सा है.’’ ओवैसी ने आरोप लगाया कि भाजपा और आरएसएस नेता ताजमहल के बारे में ‘‘जहरीले’’ बयान दे रहे हैं और मुख्यमंत्री ने खुद कहा है कि स्मारक देश की संस्कृति और विरासत का हिस्सा नहीं है.
(इनपुट भाषा से)