पटना:
बिहार के छपरा में कथित तौर पर मिड-डे मील का भोजन कर 16 बच्चों की मौत हो गई है। सरकार की इस योजना में भोजन खाने वाले 35 अन्य बच्चे भी बीमार पड़ गए हैं। छपरा के सदर अस्पताल में भर्ती इन बच्चों में से कुछ की हालत नाजुक बताई जा रही है। मरने वाले सभी बच्चों की उम्र 10 वर्ष से कम बताई जा रही है।
एनडीटीवी के संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार करीब 120 बच्चों की स्कूल के रजिस्टर में आज एंट्री है।
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। पटना से एफएसएल की टीम भी भेजी गई है जो खाने में रसायन की जांच करेंगे। साथ ही मृतकों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान भी किया गया है। घटना से नाराज सैकड़ों लोगों ने नजदीकी थाने का घेराव कर लिया। नाराज लोगों ने स्कूल के शिक्षकों और जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बताया जा रहा है कि सभी बच्चे आठ से 12 साल के हैं। कहा जा रहा है कि सभी बच्चों को खाने के लिए खिचड़ी दी गई थी।
सारण के जिला दंडाधिकारी अभिजीत सिन्हा ने कहा कि मशरख के धरमस्ती प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न् भोजन खाने के बाद नौ बच्चों की मौत हो गई।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
एनडीटीवी के संवाददाता से मिली जानकारी के अनुसार करीब 120 बच्चों की स्कूल के रजिस्टर में आज एंट्री है।
राज्य के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने इस मामले में जांच के आदेश दे दिए हैं। पटना से एफएसएल की टीम भी भेजी गई है जो खाने में रसायन की जांच करेंगे। साथ ही मृतकों के परिजनों को मुआवजे के तौर पर दो-दो लाख रुपये देने का ऐलान भी किया गया है। घटना से नाराज सैकड़ों लोगों ने नजदीकी थाने का घेराव कर लिया। नाराज लोगों ने स्कूल के शिक्षकों और जिम्मेदार कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की।
बताया जा रहा है कि सभी बच्चे आठ से 12 साल के हैं। कहा जा रहा है कि सभी बच्चों को खाने के लिए खिचड़ी दी गई थी।
सारण के जिला दंडाधिकारी अभिजीत सिन्हा ने कहा कि मशरख के धरमस्ती प्राथमिक विद्यालय में मध्याह्न् भोजन खाने के बाद नौ बच्चों की मौत हो गई।
(इनपुट आईएएनएस से भी)
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