देश में कोरोनावायरस (Coronavirus) से बचाव के लिए टीकाकरण अभियान (Vaccination Drive in India) जारी है. कई राज्यों में टीके की किल्लत की खबरें भी सामने आ रही हैं. इस बीच सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुरेश जाधव की तरफ से पहली बार इसको लेकर बयान आया है. वहीं दूसरी तरफ ब्लैक फंगस के बढ़ते खतरे के बीच इसकी दवाई की किल्लत नई चुनौती बनकर उभरी है. जिसके चलते शुक्रवार को सरकार ने पांच नए फर्मों को इन दवाओं के प्रोडक्शन के लिए आपात लाइसेंस जारी किया है. साथ ही जो फर्म ये दवाएं बना रहे हैं उन्हें प्रोडक्शन बढ़ाने की अनुमति भी दी गई है. इसके अलावा इधर डीआरडीओ ने कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबॉडी डिटेक्शन किट तैयार किया है. इसे दिल्ली के वैनगार्ड डायग्नॉस्टिक्स के सहयोग से विकसित किया गया है. DIPCOVAN किट के ज़रिए ये पता लगाया जा सकता है कि इंसान के शरीर में कोरोना से लड़ने के लिए ज़रूरी एंटीबॉडी या प्लाज़्मा है या नहीं. इस किट को 1000 से ज़्यादा मरीज़ों पर टेस्ट किया जाएगा.
- सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर सुरेश जाधव ने शुक्रवार को कहा कि केंद्र सरकार ने वैक्सीन के स्टॉक के बारे में जाने बगैर और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की गाइडलाइन पर विचार किए बिना कई आयु वर्गों के टीकाकरण को इजाजत दे दी. हील हेल्थ की ओर से आयोजित एक ई-समिट में बोलते हुए सुरेश जाधव ने यह बात कही. उन्होंने कहा कि देश को WHO के दिशा-निर्देशों का पालन करना चाहिए और इसी के अनुसार टीकाकरण किया जाना चाहिए.
- सुरेध जाधव के अनुसार शुरूआत में 30 करोड़ लोगों को टीका लगाया जाना था, जिसके लिए 60 करोड़ खुराक की जरूरत थी लेकिन लक्ष्य तक पहुंचने से पहले ही सरकार ने 45 साल और फिर 18 साल से ऊपर के सभी लोगों को टीका लगाने की इजाजत दे दी. सरकार ने यह जानते हुए मंजूरी दे दी कि इतनी वैक्सीन उपलब्ध नहीं है.
- देश में कोरोना की दूसरी लहर के साथ ही जानलेवा बीमारी ब्लैक फंगस का खतरा भी तेजी से बढ़ने लगा है. कई राज्य इस बीमारी को नोटिफाइड बीमारी घोषित कर चुके हैं. चिंता की बात यह है कि ब्लैक फंगस के इलाज में इस्तेमाल की जाने वाली दवा और इंजेक्शन की भारी कमी है. बाजार में इन दवाओं की आपूर्ति बहुत कम हो रही है. जिसके चलते आज सरकार ने पांच नए फर्मों को इन दवाओं के प्रोडक्शन के लिए आपात लाइसेंस जारी किया है. साथ ही जो फर्म ये दवाएं बना रहे हैं उन्हें प्रोडक्शन बढ़ाने की अनुमति भी दी गई है.
- डीआरडीओ ने कोरोना से लड़ने के लिए एंटीबॉडी डिटेक्शन किट तैयार किया है. इसे दिल्ली के वैनगार्ड डायग्नॉस्टिक्स के सहयोग से विकसित किया गया है. DIPCOVAN किट के ज़रिए ये पता लगाया जा सकता है कि इंसान के शरीर में कोरोना से लड़ने के लिए ज़रूरी एंटीबॉडी या प्लाज़्मा है या नहीं. इस किट को 1000 से ज़्यादा मरीज़ों पर टेस्ट किया जाएगा.अप्रैल महीने में ICMR ने और मई में DCGI ने मंज़ूरी दी है. जून के पहले हफ़्ते में ये प्रोडक्ट बाज़ार में लॉन्च हो जाएगा. हर टेस्ट की क़ीमत होगी 75 रुपये.
- केंद्र सरकार ने सभी सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के लिए एडवाइज़री जारी की है, जहां 'इंडियन वैरिएंट' शब्द के इस्तेमाल के ख़िलाफ़ चेतावनी जारी की गई है, साथ ही सभी मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के लिए भी एडवाइज़री
जारी की गई है. सभी को 'इंडियन वैरिएंट' इस्तेमाल किए गए कंटेंट जल्द हटाने को कहा है. साथ ही कहा है कि इस तरह का कोई वैरिएंट नहीं है. - उत्तर प्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 172 मरीजों की मौत हो गई तथा 7,735 नये मामले सामने आये. अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने शुक्रवार को पत्रकारों को बताया कि पिछले 24 घंटे में 172 और मरीजों की मौत के बाद अब तक राज्य में कुल 18,760 संक्रमितों की मौत हुई है जबकि 7,735 नये मरीजों के मिलने के बाद अब तक कुल संक्रमितों का आंकड़ा 16,59,212 हो गया है.
- मध्यप्रदेश में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण के 4,384 नए मामले सामने आए और इसके साथ ही प्रदेश में इस वायरस से अब तक संक्रमित पाए गए लोगों की कुल संख्या 7,57,119 तक पहुंच गयी. राज्य में पिछले 24 घंटों में इस बीमारी से 79 व्यक्तियों की मौत हुई है। प्रदेश में अब तक इस बीमारी से मरने वालों की संख्या 7,394 हो गयी है.
- बिहार में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमण से 98 लोगों की मौत हो गयी जिसके बाद प्रदेश में मरने वालों का आंकड़ा 4339 पहुंच गया । स्वास्थ्य विभाग ने इसकी जानकारी दी. आंकड़ों के अनुसार, प्रदेश में पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 5154 मामले सामने आये जिसके बाद प्रदेश में कुल मामलों की संख्या 6.81 लाख हो गयी है.
- राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि प्रदेश में कोरोना वायरस संक्रमण के प्रसार को रोकने के लिए राज्य सरकार द्वारा उठाए गए जन अनुशासन पखवाड़ा एवं महामारी रेड अलर्ट जन अनुशासन लॉकडाउन जैसे सख्त कदमों का असर दिखने लगा है, लेकिन संक्रमण की स्थिति एवं मृत्यु दर अभी भी चिंताजनक बनी हुई है।
- टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (टीसीएस) देशभर में 100 से अधिक कोविड टीकाकरण केंद्र स्थापित करेगी. साथ ही कंपनी अपने कर्मचारियों और उनके परिवारों को टीका लगाने के लिए अस्पतालों और स्वास्थ्य सुविधा प्रदाताओं के साथ समझौता भी करेगी. सूचना प्रौद्योगिकी परामर्श कंपनी ने शुक्रवार को कहा कि उसने अपने कई परिसरों में टीकाकरण अभियान शुरू भी कर दिया है और मई के तीसरे और चौथे सप्ताह के बीच बड़े स्तर पर टीकाकरण अभियान चलाया जाएगा.