प्रतीकात्मक फोटो
इंफाल:
मणिपुर में एचआईवी/ एड्स संक्रमण फैलने के पीछे अब यौन संपर्क मुख्य कारण बन गया है. राज्य में इससे पहले नशे के लिए प्रयोग होने वाली सुईयों का कई लोगों पर इस्तेमाल करने के कारण एचआईवी संक्रमण ज्यादा फैलता था. मणिपुर एड्स कंट्रोल सोसायटी (एमएसीएस) द्वारा वर्ष 2016-17 के लिए किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक राज्य में एचआईवी/ एड्स के फैलाव के 78 प्रतिशत मामलों में एचआईवी विषाणु अब यौन संबंधों के कारण एक से दूसरे व्यक्ति में फैल रहा है. सर्वेक्षण में बताया गया कि 15 प्रतिशत मामले सुईयों के साझा इस्तेमाल के कारण देखने को मिले जबकि शेष सात प्रतिशत मामले परिजन से बच्चों में फैलने वाले मामले हैं.
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एमएसीएस की परियोजना निदेशक वेलेंटिना अरामबम ने बताया, “जनसाधारण में पिछले दस सालों में एचआईवी या एड्स, यौन संबंधों के कारण फैलने लगा है, जबकि पहले यह विषाणु सुईयों के साझा इस्तेमाल के कारण फैलता था.” राज्य में अगस्त 2017 तक एचआईवी/एड्स से प्रभावित होने वाले 24,457 मामले सामने आए हैं. 90 के दशक के दौरान मणिपुर में एचआईवी/ एड्स के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए थे और उस समय पैदा हुए बच्चे अब वयस्क हो गए हैं और यौन रूप से सक्रिय हैं. अरामबम ने कहा कि ऐसे पुरुष या महिलाएं इनकार और विषाणु फैलने के डर से अपने साथी को इस संक्रमण के बारे में नहीं बताते.
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उन्होंने बताया कि सघन अभियान चलाने के कारण सुईयों की साझेदारी से फैलने वाले संक्रमण में कमी आई है. अरामबम ने बताया, “एक समय में एचआईवी से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या के लिहाज से पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे ऊपर रहने वाला मणिपुर अब पांचवे स्थान पर आ गया है.”
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एमएसीएस की परियोजना निदेशक वेलेंटिना अरामबम ने बताया, “जनसाधारण में पिछले दस सालों में एचआईवी या एड्स, यौन संबंधों के कारण फैलने लगा है, जबकि पहले यह विषाणु सुईयों के साझा इस्तेमाल के कारण फैलता था.” राज्य में अगस्त 2017 तक एचआईवी/एड्स से प्रभावित होने वाले 24,457 मामले सामने आए हैं. 90 के दशक के दौरान मणिपुर में एचआईवी/ एड्स के मामले बहुत ज्यादा बढ़ गए थे और उस समय पैदा हुए बच्चे अब वयस्क हो गए हैं और यौन रूप से सक्रिय हैं. अरामबम ने कहा कि ऐसे पुरुष या महिलाएं इनकार और विषाणु फैलने के डर से अपने साथी को इस संक्रमण के बारे में नहीं बताते.
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उन्होंने बताया कि सघन अभियान चलाने के कारण सुईयों की साझेदारी से फैलने वाले संक्रमण में कमी आई है. अरामबम ने बताया, “एक समय में एचआईवी से प्रभावित होने वाले लोगों की संख्या के लिहाज से पूर्वोत्तर राज्यों में सबसे ऊपर रहने वाला मणिपुर अब पांचवे स्थान पर आ गया है.”
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