घटनास्थल का दृश्य।
पटना:
बिहार के सीवान में एक हिन्दी दैनिक के वरिष्ठ पत्रकार राजदेव रंजन की रेलवे स्टेशन के पास गोली मारकर हत्या कर दी गई।
यह वारदात शुक्रवार की शाम को हुई। बताया जाता है कि हिन्दी दैनिक 'हिंदुस्तान' के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन को सिर और गर्दन में गोलियां मारी गईं। इससे उनकी मौत हो गई। राजदेव रंजन 24 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे थे। विस्तृत समाचार की प्रतीक्षा की जा रही है।
सीवान के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सौरभ कुमार साह ने बताया कि हिंदी के जानेमाने अखबार ‘हिंदुस्तान’ के सीवान जिला प्रमुख राजदेव रंजन की शुक्रवार देर शाम उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब शाम करीब 7:45 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल से सदर पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले स्टेशन रोड स्थित फल बाजार के पास से गुजर रहे थे।
एसपी ने बताया कि 45 साल के रंजन ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इस हत्या के पीछे का मकसद अभी पता नहीं चल सका है।
रंजन इस इलाके के अपराधियों और दबंगों के खिलाफ काफी लंबे समय से लिख रहे थे। इस हत्याकांड ने बिहार के पत्रकारों को आक्रोशित कर दिया और विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है।
झारखंड के चतरा में भी हुई पत्रकार की हत्या
दूसरी ओर, झारखंड के चतरा जिले के देवरिया में एक न्यूज चैनल के 35 वर्षीय पत्रकार अखिलेश प्रताप सिंह की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि अखिलेश पर गुरुवार रात गांव के पंचायत सचिवालय के निकट हमला किया गया था। अखिलेश की हत्या के विरोध में शुक्रवार को चतरा नगर बंद रहा।
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना की निंदा करते हुए पुलिस महानिदेशक डी के पांडेय से कहा कि वे हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें।
स्थानीय पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चतरा के उपायुक्त अमित कुमार और पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा से मुलाकात की और पीड़ित के परिजन को पर्याप्त मुआवजा दिए जाने की मांग की।
भाजपा ने कहा - बिहार में है ‘महाजंगलराज’
सीवान में पत्रकार की हत्या पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाराणसी घूम रहे हैं और उनके राज्य में चौथा स्तंभ ‘‘खतरे में है।’’ हुसैन ने कहा, ‘‘यह जंगलराज नहीं है। यह महाजंगलराज है...उनकी हत्या के बारे में सुनकर दुखी हूं, राजदेव एक निडर पत्रकार थे।’’
(इनपुट भाषा से...)
यह वारदात शुक्रवार की शाम को हुई। बताया जाता है कि हिन्दी दैनिक 'हिंदुस्तान' के ब्यूरो चीफ राजदेव रंजन को सिर और गर्दन में गोलियां मारी गईं। इससे उनकी मौत हो गई। राजदेव रंजन 24 वर्षों से पत्रकारिता कर रहे थे। विस्तृत समाचार की प्रतीक्षा की जा रही है।
सीवान के पुलिस अधीक्षक (एसपी) सौरभ कुमार साह ने बताया कि हिंदी के जानेमाने अखबार ‘हिंदुस्तान’ के सीवान जिला प्रमुख राजदेव रंजन की शुक्रवार देर शाम उस वक्त गोली मारकर हत्या कर दी गई जब शाम करीब 7:45 बजे वह अपनी मोटरसाइकिल से सदर पुलिस थाना क्षेत्र के तहत आने वाले स्टेशन रोड स्थित फल बाजार के पास से गुजर रहे थे।
एसपी ने बताया कि 45 साल के रंजन ने अस्पताल ले जाते वक्त दम तोड़ दिया। उन्होंने कहा कि इस हत्या के पीछे का मकसद अभी पता नहीं चल सका है।
रंजन इस इलाके के अपराधियों और दबंगों के खिलाफ काफी लंबे समय से लिख रहे थे। इस हत्याकांड ने बिहार के पत्रकारों को आक्रोशित कर दिया और विरोध प्रदर्शनों का दौर शुरू हो गया है।
झारखंड के चतरा में भी हुई पत्रकार की हत्या
दूसरी ओर, झारखंड के चतरा जिले के देवरिया में एक न्यूज चैनल के 35 वर्षीय पत्रकार अखिलेश प्रताप सिंह की अज्ञात लोगों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पुलिस ने बताया कि अखिलेश पर गुरुवार रात गांव के पंचायत सचिवालय के निकट हमला किया गया था। अखिलेश की हत्या के विरोध में शुक्रवार को चतरा नगर बंद रहा।
झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने घटना की निंदा करते हुए पुलिस महानिदेशक डी के पांडेय से कहा कि वे हमलावरों को जल्द से जल्द गिरफ्तार करें।
स्थानीय पत्रकारों के एक प्रतिनिधिमंडल ने चतरा के उपायुक्त अमित कुमार और पुलिस अधीक्षक अंजनी कुमार झा से मुलाकात की और पीड़ित के परिजन को पर्याप्त मुआवजा दिए जाने की मांग की।
भाजपा ने कहा - बिहार में है ‘महाजंगलराज’
सीवान में पत्रकार की हत्या पर प्रतिक्रिया जाहिर करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार वाराणसी घूम रहे हैं और उनके राज्य में चौथा स्तंभ ‘‘खतरे में है।’’ हुसैन ने कहा, ‘‘यह जंगलराज नहीं है। यह महाजंगलराज है...उनकी हत्या के बारे में सुनकर दुखी हूं, राजदेव एक निडर पत्रकार थे।’’
(इनपुट भाषा से...)
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