नई दिल्ली:
वरिष्ठ कांग्रेस नेता तथा पूर्व केंद्रीय मंत्री विद्याचरण शुक्ल का गुड़गांव के एक अस्पताल में निधन हो गया है। 84-वर्षीय श्री शुक्ल को 25 मई को छत्तीसगढ़ के बस्तर जिले में कांग्रेस पार्टी के कॉनवॉय पर हुए एक बर्बर नक्सली हमले के दौरान तीन गोलियां लगी थीं। इनमें दो गोलियां पेट और एक गोली चेहरे पर लगी थी। बताया जा रहा है कि तब भी वीसी शुक्ल ने हिम्मत नहीं हारी थी और वह आसपास खड़े लोगों से बात करते रहे।
गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में लाए जाने से पहले श्री शुक्ल के शरीर से गोलियां निकालने के लिए जगदलपुर के अस्पताल में उनका ऑपरेशन किया गया था। दरअसल, 25 मई को बस्तर में कांग्रेस नेताओं के एक काफिले पर नक्सलियों के एक हथियारबंद गुट ने हमला कर दिया था, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनका पुत्र दिनेश, नक्सलियों के विरुद्ध सल्वा जुडूम नामक संगठन को खड़ा करने वाले कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा तथा कांग्रेस के पूर्व विधायक उदय मुदलियार समेत 24 लोग मारे गए थे, और श्री वीसी शुक्ल समेत 32 अन्य घायल हुए थे।
गुड़गांव के मेदांता अस्पताल में लाए जाने से पहले श्री शुक्ल के शरीर से गोलियां निकालने के लिए जगदलपुर के अस्पताल में उनका ऑपरेशन किया गया था। दरअसल, 25 मई को बस्तर में कांग्रेस नेताओं के एक काफिले पर नक्सलियों के एक हथियारबंद गुट ने हमला कर दिया था, जिसमें प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नंदकुमार पटेल, उनका पुत्र दिनेश, नक्सलियों के विरुद्ध सल्वा जुडूम नामक संगठन को खड़ा करने वाले कांग्रेस नेता महेंद्र कर्मा तथा कांग्रेस के पूर्व विधायक उदय मुदलियार समेत 24 लोग मारे गए थे, और श्री वीसी शुक्ल समेत 32 अन्य घायल हुए थे।
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