आगरा में बस के 'हाईजैक' केस में नया मोड़: आरोपी पर हुई थी रेड, लाखों की नकदी, सोना-चांदी हुए थे बरामद

यह बस ग्वालियर के अशोक अरोड़ा की बताई गई है जिनका ट्रांसपोर्ट का बड़ा काम है. अरोड़ा की कल मृत्यु हो गयी है.प्रदीप गुप्ता नाम के शख्स पर बस के अपहरण का आरोप है.

आगरा में बस के 'हाईजैक' केस में नया मोड़: आरोपी पर हुई थी रेड, लाखों की नकदी, सोना-चांदी हुए थे बरामद

'अगवा' की गई बस को इटावा से बरामद किया गया

लखनऊ:

मंगलवार रात आगरा से गुज़र रही एक बस को 34 सवारियों समेत (Bus full of Passengers) अगवा कर लिया गया. हालांकि बाद में सवारियों को रास्ते में उतार कर बदमाश फरार हो गए. यह बस हरियाणा के गुरुग्राम से मध्यप्रदेश जा रही थी.कुछ वक्त पहले बस इटावा में बरामद कर ली गयी है.बदमाश अभी फरार हैं. यह बस ग्वालियर के अशोक अरोड़ा की बताई गई है जिनका ट्रांसपोर्ट का बड़ा काम है. अरोड़ा की कल मृत्यु हो गयी है.प्रदीप गुप्ता नाम के शख्स पर बस के अपहरण का आरोप है.

पुलिस ने बस अगवा करने वाले की CCTV फुटेज जब अशोक अरोड़ा के बेटे पवन अरोड़ा को दिखाई तो उन्होंने बताया कि बस अगवा करने वाला प्रदीप गुप्ता है.ऐसा अनुमान है कि अशोक अरोड़ा के प्रदीप गुप्ता से पैसों के लेनदेन को लेकर विवाद है. आरोप है कि प्रदीप ने आगरा के दक्षिण बायपास पर दो ज़ाइलो गाड़ियों को बस के आगे लगाकर ड्राइवर और कंडक्टर को अपनी गाड़ी में बिठा लिया और खुद बस लेकर फरार हो गया. बाद में उसने सवारियों को रास्ते में उतार दिया.

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बस में सवार लोग अपने साधन से अलग-अलग ज़रियों से खुद मध्यप्रदेश के लिए रवाना हुए. पुलिस के मुताबिक प्रदीप गुप्ता इटावा RTO में दलाली करता है. 2018 में प्रदीप गुप्ता और उसके साथ इटावा आरटीओ आफिस के दो ARTO भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए थे. उस वक़्त प्रदीप गुप्ता के घर से 2850000 की नक़दी,10 किलो चांदी और 2 किलो सोना बरामद हुआ था. प्रदीप काफी दिन जेल में रहने के बाद बाहर आ गया है.पुलिस की कई टीमें प्रदीप गुप्ता की तलाश कर रही हैं. प्रदीप अगर के बाह कस्बे के रहने वाला है.