नई दिल्ली:
एक तारीख से वेतन के भुगतान के दिन शुरू होने जा रहे हैं और इसको देखते हुए आरबीआई ने सरकार को आश्वस्त किया है कि उसने लोगों के अधिक धन निकासी के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं. सूत्रों के मुताबिक रिजर्व बैंक ने वित्त मंत्रालय से कहा है कि सात दिसंबर तक वेतन के दिनों के मद्देनजर नकद निकासी की भारी मांग को देखते हुए सभी सरकारी प्रेस 500 रुपये के नए नोट छाप रहे हैं.
आठ नवंबर को पीएम मोदी की नोटबंदी की घोषणा के बाद वेतन के दिनों के लिहाज से यह पहला मौका है. इस संबंध में देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक एसबीआई के मैनेजिंग डाइरेक्टर रजनीश कुमार ने NDTV से कहा, ''हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं...पिछले 20 दिनों से हम 100 प्रतिशत क्षमता के साथ काम कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''बैंक ने लाइनों को व्यवस्थित ढंग से संभालने, बैठने और पानी पिलाने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं...मुझे नहीं मालूम कि दूसरे बैंकों में सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं लेकिन हमारे बैंक में आपको इसको बेहद व्यवस्थित ढंग से पाएंगे.''
नोटबंदी की घोषणा के बाद एसबीआई रोजाना छह हजार करोड़ रुपये वितरित कर रहा है. रजनीश कुमार का इस मामले में कहना है, ''इनमें से 1800-2000 करोड़ रुपये एटीएम और बाकी बैंक शाखाओं, पोस्ट ऑफिस और मोबाइल इत्यादि के जरिये वितरित किए जा रहे हैं.''
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हालांकि सरकार के सूत्रों का यह भी कहना है कि लोग इस बात से चिंतित है कि बैंकों से उन्हें 2000 रुपये के नोट ही मिल रहे हैं और इनके उपयोग में दिक्कतें आ रही हैं इसलिए वे 100 रुपये के नोट जमा कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से 100 रुपये के नोटों के वितरण में 150 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
आठ नवंबर को पीएम मोदी की नोटबंदी की घोषणा के बाद वेतन के दिनों के लिहाज से यह पहला मौका है. इस संबंध में देश के सबसे बड़े पब्लिक सेक्टर बैंक एसबीआई के मैनेजिंग डाइरेक्टर रजनीश कुमार ने NDTV से कहा, ''हम इसके लिए पूरी तरह से तैयार हैं...पिछले 20 दिनों से हम 100 प्रतिशत क्षमता के साथ काम कर रहे हैं.''
उन्होंने कहा, ''बैंक ने लाइनों को व्यवस्थित ढंग से संभालने, बैठने और पानी पिलाने के लिए पर्याप्त इंतजाम किए हैं...मुझे नहीं मालूम कि दूसरे बैंकों में सुरक्षा के क्या इंतजाम हैं लेकिन हमारे बैंक में आपको इसको बेहद व्यवस्थित ढंग से पाएंगे.''
नोटबंदी की घोषणा के बाद एसबीआई रोजाना छह हजार करोड़ रुपये वितरित कर रहा है. रजनीश कुमार का इस मामले में कहना है, ''इनमें से 1800-2000 करोड़ रुपये एटीएम और बाकी बैंक शाखाओं, पोस्ट ऑफिस और मोबाइल इत्यादि के जरिये वितरित किए जा रहे हैं.''
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हालांकि सरकार के सूत्रों का यह भी कहना है कि लोग इस बात से चिंतित है कि बैंकों से उन्हें 2000 रुपये के नोट ही मिल रहे हैं और इनके उपयोग में दिक्कतें आ रही हैं इसलिए वे 100 रुपये के नोट जमा कर रहे हैं. उल्लेखनीय है कि आठ नवंबर को नोटबंदी की घोषणा के बाद से 100 रुपये के नोटों के वितरण में 150 प्रतिशत का इजाफा हुआ है.
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