बाग़ों में बहार है - 70 के दशक में बनी सुपरहिट फिल्म 'आराधना' का यह गीत एक बार फिर गुनगुनाया जा रहा है. इसके पीछे की वजह कोई रिमेक गाना नहीं है बल्कि शुक्रवार को एनडीटीवी इंडिया पर प्रसारित हुआ रवीश कुमार का शो 'प्राइम टाइम' है जिसमें सवाल ही ये था कि जब सवाल नहीं पूछे जाएंगे तो क्या करेंगे?
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बता दें कि सरकार द्वारा एनडीटीवी इंडिया पर एक दिन का बयान लगाए जाने के बाद प्राइम टाइम में दो माइम कलाकारों के साथ यह समझने की कोशिश की गई थी कि जब सरकार को सवालों से समस्या होने लगे तो फिर किस तरह के सवाल सत्ता को खुश करेंगे - जैसे बाग़ो में बहार है? आप बनियान कौन से ब्रांड की पहनते हैं? या आप खाते कितनी बार हैं दिन में? फूल कौन सा पसंद करते हैं, धतूरे का या कनेल का?
रवीश ने अपने शो में दो माइम कलाकारों को आमंत्रित किया था जिसमें एक अथॉरिटी और दूसरा उनका लठैत था. अथॉरिटी और लठैत बने ईशु और राजेश निर्मल ने अपना रोल बखूबी निभाया. रवीश के द्वारा अपने शो में इस्तेमाल की गई यह लाइन इतनी बार ट्वीट की गई कि शनिवार को कुछ ही घंटों यह लाइन ट्रेंड करने लगी और कुछ समय पहले यह वर्ल्डवाइड पांचवे स्थान पर और भारत में पहले स्थान पर ट्रेंड करने लगी थी.
इस कार्यक्रम के बाद से सोशल मीडिया पर एक सवाल की बहार है जो है - बाग़ों में बहार है?
Finally, India and Pakistan are on the same page. Both have banned Indian TV channels. #बागों_में_बहार_है #NDTVBan #Emergency
— Shirish Kunder (@ShirishKunder) November 5, 2016
सवाल मत पूछो क्योंकि ??#बागों_में_बहार_है
— Rashu (@Rashu4Change) November 5, 2016
किसान मर रहा है मगर कुछ मत बोलो #बागों_में_बहार_है
— Dr. Safin સફીન (@HasanSafin) November 5, 2016
कौन बनेगा करोड़पति” में पांच करोड़ का सवाल –
— vishal patel (@VishalSanja) November 5, 2016
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#बागों_में_बहार_है ??
पेट्रोल के दाम बढ़ रहे हैं
— काकावाणी (@AliSohrab007) November 5, 2016
किसान आत्महत्या किये जा रहे हैं
लाखो बेरोजगार घर बैठे हैं
मिडिया पर ban किये जा रहे हैं
फिर भी #बागों_में_बहार_है
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