पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने मंगलवार को कोलकाता पुलिस प्रमुख राजीव कुमार के खिलाफ केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) की याचिका पर सर्वोच्च अदालत के फैसले का स्वागत किया और इसे 'नैतिक जीत' करार दिया. वहीं बीजेपी ने भी सुप्रीम कोर्ट के फैसले को अपनी नैतित जीत करार दिया है. बता दें कि सुप्रीम कोर्ट ने राजीव कुमार को सीबीआई के सामने पेश होने को कहा है. साथ ही सुप्रीम कोर्ट ने 19 फरवरी से पहले तक अपना जवाब दाखिल करने को कहा है.
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सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद मोदी सरकार में कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि आज के सुप्रीम कोर्ट के आदेश से स्पष्ट है कि उनके पुलिस कमिश्नर को सीबीआई के सामने उपस्थित होना होगा. और कोलकाता में नहीं, शिलांग में उपस्थित होना पड़ेगा. बहुत ही ईमानदार जांच के लिए यह बहुत ही उचित आदेश है. इस पूरे जांच को राजनीति के दवाब से मुक्त किया जाएगा. रविशंकर प्रसाद ने कहा कि मैं आज अपनी पार्टी की ओर से बड़ा सवाल पूछता हूं. छोटे निवेशकों को चिट किया गया, उनके पैसे लूटे गए. तो क्या यह हमारी नैतिक जिम्मेवारी नहीं है कि इसकी जांच हो? क्यों इस पर ममता बनर्जी चुप हैं. क्यों इस पर अन्य विपक्षी पार्टियां चुप हैं?.
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दूसरी बड़ी बात हुई है कि सुप्रीम कोर्ट ने अधिकारियों के खिलाफ अवमानना को नोटिस किया है. उनके जवाब के बाद आगे कार्रवाई की जाएगी. कुछ लोग कहेंगे कि हमारी जीत है, इस पर क्या कहेंगे. बड़ा सवाल ये है कि तीन साल से राजीव कुमार को क्यूं नहीं पेश कर रहे थे. वो कौन सी ताकते थीं, जो पुलिस कमिश्नर को पेश होने से रोक रही थी.
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उन्होंने आगे कहा कि जानते हैं कि यहां साक्ष्य को मैनुपुलेट (छेड़छाड़) और बर्बाद किया गया है, तो अब वो आएंगे, जांच ईमानदारी से हो, बड़ी बात है, होना भी चाहिए. लेकिन आज दूसरा, जो कि बहुत बड़ा सवाल है आज उठाने की जरूरत है. लाखों बंगाल, बिहार, पूर्वोत्तर के छोटे निवेशकों का हजारों करोड़ नारदा, सारदा में घोटाला किया गया है. उन गरीबों के लुटे हुए पैसों की जांच होनी चाहिए कि नहीं.
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उन्होंने आगे कहा कि अभी तक ममता जी के साथ जिनती पार्टियां खडी हैं, उन्होंने कुछ नहीं कहा. ये जांच होना बहुत जरूरी है. और मुझे लगता है कि सीबीआई ईमानदारी से जांच कर रही है. जो सुप्रीम कोर्ट के निर्देश पर कर रही है. इस पूरे मामले को कॉन्सपीरेशी के एंगल से देखा जाए और इस मामले में मनी लॉन्ड्रिंग हुआ है या नहीं, उसको भी देखा जाए. रेग्यूलेटरी बॉडी ने ईमानदारी निभाई है या नहीं, यह भी देखा जाए.
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में रैली आयोजित करने के लिए राज्य प्रशासन से अनुमति नहीं मिलने पर क्षोभ प्रकट करते हुए भाजपा के वरिष्ठ नेता शाहनवाज हुसैन ने मंगलवार को कहा कि प्रदेश में कानून का शासन नहीं रह गया है, साथ ही जोर दिया कि वह मुर्शिदाबाद जायेंगे. हुसैन ने कहा ममता बनर्जी की सरकार ने मुर्शिदाबाद में मेरी सभा को इजाजत न देकर मुझे रोकने की कोशिश की है, लेकिन मैं डरने वाला नहीं हूं और न ही रूकने वाला हूं.' उन्होंने कहा कि भाजपा दमनकारी ममता सरकार को मुंहतोड़ जवाब देगी. पहले योगीजी की सभा को रोकने की कोशिश हुई, फिर मेरी सभा रोकने का प्रयास हुआ है. उन्होंने पूछा कि ‘पश्चिम बंगाल में कैसा जंगल राज चाहती हैं ममता बनर्जी.'
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