ऐश्वर्य की मां किरन सिंह के लिए तो नीस में अपने बेटे और बहू की यह रात भयावह थी
जयपुर:
फ्रांस के नीस शहर में हुई आतंकी घटना में एक ट्रक ने 84 लोगों को कुचलकर मार दिया। डर और खौफ के उस मंजर का गवाह एक भारतीय जोड़ा भी बना, जो यहां हनीमून मनाने गया हुआ है।
यहां लोग नीस के प्रोमेड डेस एंग्लियास पर नेशनल डे के मौके पर होने वाली आतिशबाजी देख रहे थे। तभी समुद्र किनारे की सड़क पर सफेद रंग के एक ट्रक को तेज रफ्तार से भीड़ में घुसते देखा गया। वहां अफरातफरी का माहौल था, लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे। हनीमून के लिए यहां पहुंचे ऐश्वर्य और आकांक्षा सिंह भी डरे-सहमे लोगों के साथ भागने लगे। इस दौरान उन्हें लुढ़ते शवों के ऊपर से दौड़ना पड़ा, कुछ समय के लिए यह जोड़ा एक-दूसरे से बिछड़ भी गया।
इसी साल जनवरी में शादी करने वाले ऐश्वर्य ने नीस से फोन पर बताया, 'हमें भूख लग रही थी, इसलिए हमने कुछ ही समय पहले वह जगह छोड़ दी थी और हम मैक्डोनाल्ड्स में चले गए। हमने चीखने और गोलियों की आवाज सुनीं। लोगों को लग रहा था कि वहां आतंकवादी हैं और मुठभेड़ चल रही है।'
उन्होंने बताया, 'हमने देखा कि लोग बिल्डिंग की तरफ भाग रहे हैं। आतंकवादी हमले के डर से लोग टेबल के नीचे, फ्रिज के पीछे और जहां कहीं भी छिपने की जगह मिल रही थी, वहीं छिप रहे थे।' एक क्षण तो ऐसा भी आया जब, यह भारतीय जोड़ा बिछड़ गया, क्योंकि पत्नी आकांक्षा दूसरी तरफ चली गई थी।
ऐश्वर्य ने बताया, 'किस्मत से हमने एक-दूसरे को ढूंढ लिया। यह रात भर चलता रहा। हम भागते, छिपते, फिर भागते। आखिर हम सब एक होटल में छिप गए।' ऐश्वर्य की मां किरन सिंह के लिए तो नीस में अपने बेटे और बहू की यह रात भयावह थी। वह रात भर समय-समय पर दोनों को फोन करती रहीं।
उन्होंने तब चैन की सांस ली, जब बेटे-बहू ने फोन पर बताया कि वे अब सुरक्षित हैं। किरन सिंह ने जयपुर में एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'उन्हें होटल में कंबल और मैट्रेस दिया गया था।' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, मैंने एनडीटीवी पर वह खबर देखी, जिसमें एक महिला अपने बच्चों के नीस में फंसे होने की बात बता रही थी और यह खबर आगे बढ़ा दी है।
यहां लोग नीस के प्रोमेड डेस एंग्लियास पर नेशनल डे के मौके पर होने वाली आतिशबाजी देख रहे थे। तभी समुद्र किनारे की सड़क पर सफेद रंग के एक ट्रक को तेज रफ्तार से भीड़ में घुसते देखा गया। वहां अफरातफरी का माहौल था, लोग अपनी जान बचाने के लिए भाग रहे थे। हनीमून के लिए यहां पहुंचे ऐश्वर्य और आकांक्षा सिंह भी डरे-सहमे लोगों के साथ भागने लगे। इस दौरान उन्हें लुढ़ते शवों के ऊपर से दौड़ना पड़ा, कुछ समय के लिए यह जोड़ा एक-दूसरे से बिछड़ भी गया।
इसी साल जनवरी में शादी करने वाले ऐश्वर्य ने नीस से फोन पर बताया, 'हमें भूख लग रही थी, इसलिए हमने कुछ ही समय पहले वह जगह छोड़ दी थी और हम मैक्डोनाल्ड्स में चले गए। हमने चीखने और गोलियों की आवाज सुनीं। लोगों को लग रहा था कि वहां आतंकवादी हैं और मुठभेड़ चल रही है।'
उन्होंने बताया, 'हमने देखा कि लोग बिल्डिंग की तरफ भाग रहे हैं। आतंकवादी हमले के डर से लोग टेबल के नीचे, फ्रिज के पीछे और जहां कहीं भी छिपने की जगह मिल रही थी, वहीं छिप रहे थे।' एक क्षण तो ऐसा भी आया जब, यह भारतीय जोड़ा बिछड़ गया, क्योंकि पत्नी आकांक्षा दूसरी तरफ चली गई थी।
ऐश्वर्य ने बताया, 'किस्मत से हमने एक-दूसरे को ढूंढ लिया। यह रात भर चलता रहा। हम भागते, छिपते, फिर भागते। आखिर हम सब एक होटल में छिप गए।' ऐश्वर्य की मां किरन सिंह के लिए तो नीस में अपने बेटे और बहू की यह रात भयावह थी। वह रात भर समय-समय पर दोनों को फोन करती रहीं।
उन्होंने तब चैन की सांस ली, जब बेटे-बहू ने फोन पर बताया कि वे अब सुरक्षित हैं। किरन सिंह ने जयपुर में एनडीटीवी से बात करते हुए कहा, 'उन्हें होटल में कंबल और मैट्रेस दिया गया था।' विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता विकास स्वरूप ने कहा, मैंने एनडीटीवी पर वह खबर देखी, जिसमें एक महिला अपने बच्चों के नीस में फंसे होने की बात बता रही थी और यह खबर आगे बढ़ा दी है।
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