बीजद अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक. (फाइल फोटो)
भुवनेश्वर:
राज्यसभा के उपसभापति चुनाव में राजग उम्मीदवार का समर्थन करने के लिए विपक्ष के निशाने पर आए बीजद ने कहा कि उसने 'वैचारिक समानता' के कारण जेडीयू का समर्थन किया और भाजपा तथा कांग्रेस से समान दूरी बना रखी है. ओडिशा में सत्तारूढ़ बीजू जनता दल (बीजद) ने भारतीय जनता पार्टी नीत राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) के उम्मीदवार हरिवंश नारायण सिंह का समर्थन किया था जो जनता दल (यूनाइटेड) से पहली बार राज्यसभा सदस्य बने थे.
यह भी पढ़ें : NDA के हरिवंश नारायण सिंह बने उपसभापति, पीएम मोदी बोले- सदन अब हरि भरोसे
बीजद अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वार्ता के बाद 8 अगस्त को हरिवंश को समर्थन देने की घोषणा की थी. बीजद प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा कि 9 अगस्त को हुए चुनाव में दो उम्मीदवारों में पार्टी ने जेडीयू का समर्थन जेपी आंदोलन के समय से विचारधारा की समानता के कारण किया.
यह भी पढ़ें : 'हरि बनाम हरि' की लड़ाई में NDA के हरिवंश ने मारी बाजी, बीके हरिप्रसाद को हरा बने उपसभापति
उन्होंने कहा, 'बीजद का मानना है कि जब राज्यसभा के सभापति, उपसभापति जैसे संवैधानिक पदों पर निर्वाचन की बात आती है तो एकमत होना आवश्यक है. बहरहाल, ऐसा नहीं हुआ.' उन्होंने कहा, 'हमने दो दिन पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. बहरहाल, विपक्षी दलों के नेता परिस्थितियों को समझने के लिए तैयार नहीं थे. इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कह सकते.' बता दें कि उपसभापति चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद के हारने के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने बीजद पर हमला बोल दिया था.
VIDEO: राज्यसभा के उपसभापति बने हरिवंश, बीके हरिप्रसाद की हार
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति (ओपीसीसी) ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने पर जमकर निशाना साधा था. ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति ने आरोप लगाया कि नवीन पटनायक ने पार्टी के 'गलत कार्यों' का खुलासा करने से सीबीआई को रोकने के लिए चुनाव में राजग के प्रत्याशी हरिवंश का समर्थन कर लोगों के साथ विश्वासघात किया है. चुनाव में जनता दल यूनाइटेड से राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को हरा दिया. एनडीए उम्मीदवार हरिवंश को सदन में 125 वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को 105 वोट ही मिले.
(इनपुट : भाषा)
यह भी पढ़ें : NDA के हरिवंश नारायण सिंह बने उपसभापति, पीएम मोदी बोले- सदन अब हरि भरोसे
बीजद अध्यक्ष और ओडिशा के मुख्यमंत्री नवीन पटनायक ने जेडीयू प्रमुख और बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के साथ वार्ता के बाद 8 अगस्त को हरिवंश को समर्थन देने की घोषणा की थी. बीजद प्रवक्ता सस्मित पात्रा ने कहा कि 9 अगस्त को हुए चुनाव में दो उम्मीदवारों में पार्टी ने जेडीयू का समर्थन जेपी आंदोलन के समय से विचारधारा की समानता के कारण किया.
यह भी पढ़ें : 'हरि बनाम हरि' की लड़ाई में NDA के हरिवंश ने मारी बाजी, बीके हरिप्रसाद को हरा बने उपसभापति
उन्होंने कहा, 'बीजद का मानना है कि जब राज्यसभा के सभापति, उपसभापति जैसे संवैधानिक पदों पर निर्वाचन की बात आती है तो एकमत होना आवश्यक है. बहरहाल, ऐसा नहीं हुआ.' उन्होंने कहा, 'हमने दो दिन पहले ही अपना रुख स्पष्ट कर दिया था. बहरहाल, विपक्षी दलों के नेता परिस्थितियों को समझने के लिए तैयार नहीं थे. इससे ज्यादा हम कुछ नहीं कह सकते.' बता दें कि उपसभापति चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद के हारने के बाद कांग्रेस के नेतृत्व में विपक्ष ने बीजद पर हमला बोल दिया था.
VIDEO: राज्यसभा के उपसभापति बने हरिवंश, बीके हरिप्रसाद की हार
ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति (ओपीसीसी) ने मुख्यमंत्री नवीन पटनायक पर राज्यसभा के उपसभापति के चुनाव में एनडीए उम्मीदवार का समर्थन करने पर जमकर निशाना साधा था. ओडिशा प्रदेश कांग्रेस समिति ने आरोप लगाया कि नवीन पटनायक ने पार्टी के 'गलत कार्यों' का खुलासा करने से सीबीआई को रोकने के लिए चुनाव में राजग के प्रत्याशी हरिवंश का समर्थन कर लोगों के साथ विश्वासघात किया है. चुनाव में जनता दल यूनाइटेड से राज्यसभा सांसद ने कांग्रेस के बीके हरिप्रसाद को हरा दिया. एनडीए उम्मीदवार हरिवंश को सदन में 125 वोट मिले, जबकि विपक्ष के उम्मीदवार बीके हरिप्रसाद को 105 वोट ही मिले.
(इनपुट : भाषा)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं