Rajasthan Political Crisis: राजस्थान (Rajasthan) में मचे सियासी घमासान के बीच कांग्रेस ने मंगलवार को सख्त रुख अपनाते हुए सचिन पायलट (Sachin Pilot) और उनके दो विश्वस्तों को मंत्री पद से हटाने की घोषणा की है. सचिन पायलट, अशोक गहलोत (Ashok Gehlot) के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार में उप मुख्यमंत्री थे. इसके साथ ही पायलट को राजस्थान कांग्रेस अध्यक्ष पद से भी बेदखल कर दिया गया है. कांग्रेस की बैठक में सचिन पायलट के साथ उनके दो भरोसेमंद साथी विश्वेंद्र सिंह (Vishvendra Singh) और रमेश मीणा (Ramesh Meena) को मंत्रिपद से हटाने का प्रस्ताव पारित किया गया.बीते कुछ दिनों से सियासी हलचलों को लेकर राजस्थान देश की राजनीति का केंद्र बिंदु बना हुआ था. मंत्री पद से हटाए जाने के बाद रमेश मीणा अपनी पीड़ा छुपा नहीं सके.
उन्होंने कहा, 'आज जानकारी मिली कि हमें मंत्री पद से हटा दिया गया. हमने ऐसा कौन सा गुनाह किया. मेरा सार्वजनिक वितरण विभाग (पब्लिक डिस्ट्रीब्यूशन डिपार्टमेंट) सबसे अच्छे डिपार्टमेंट में से एक है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रामविलास पासवान जो केंद्रीय मंत्री हैं, ने भी मेरे मंत्रालय के काम को सराहा है. राजस्थान में यह नंबर 1 विभाग रहा. इसका सिला यह मिला कि हमें मंत्री पद से हटा दिया गया. उन्होंने कहा, 'हमारी नाराजगी थी हमने पार्टी के फोरम पर आवाज उठाई. 2 अप्रैल 2018 को भारत बंद के दौरान दलितों पर जो केस दर्ज किए गए थे हमने उन्हें वापस लेने की मांग की लेकिन उन्हें कभी वापस नहीं लिया गया और यह आवाज उठाने के लिए हमारे खिलाफ इस तरह की कार्रवाई हुई है.'
सचिन पायलट ख़ेमे के रमेश मीणा ने मंत्री पद से बर्ख़ास्तगी के बाद जारी किया वीडियो बयान। कहा खाद्य आपूर्ति मंत्रालय ने इतना अच्छा काम किया कि राजस्थान में नंबर एक रहा। पीएम मोदी तक ने सराहा। हमारी तमाम शिकायतें पार्टी फ़ोरम पर सुनी नहीं गई और उल्टा हम पर कार्रवाई कर दी गई। pic.twitter.com/6DtYuQloy7
— Umashankar Singh उमाशंकर सिंह (@umashankarsingh) July 14, 2020
गौरतलब है कि पायलट और उनके दो विश्वस्तों को मंत्री पद से हटाने की घोषणा करते हुए पायलट और उनके विश्वस्तों पर कार्रवाई की घोषणा कांग्रेस नेता रणदीप सिंह सुरजेवाला (RS Surjewala) ने की. सुरजेवाला ने इस मौके पर कहा, 'राजस्थान के चार दिन के घटनाक्रम से सब परिचित हैं. भाजपा ने एक षड्यंत्र के तहत राजस्थान की चुनी हुई सरकार को गिराने की साज़िश की गई है. भाजपा ने धनबल, सत्ता बल, ईडी और इनकम टैक्स विभाग का गलत इस्तेमाल किया गया है. पूरे देश ने देखा कि अशोक गहलोत सरकार के विधायकों को खरीदने की कोशिश की गई. यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सचिन (पायलट) और कुछ विधायक भ्रमित होकर सरकार गिराने की साज़िश में शामिल हो गए. पायलट को पदों से हटाने की घोषणा करते हुए कांग्रेस की ओर से कहा गया कि पार्टी ने उन्हें पर्याप्त सम्मान और पद दिया लेकिन वे सरकार को अस्थिर करने की कोशिश करने लगे.
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