विज्ञापन
This Article is From Jan 18, 2019

रेलवे ने नए साल पर अपने कुछ कर्मचारियों को दिया यह शानदार तोहफा

भारतीय रेलवे ने गार्ड, लोको पायलट और सहायक लोको पायलट का ‘रनिंग भत्ता’ दोगुना कर दिया

रेलवे ने नए साल पर अपने कुछ कर्मचारियों को दिया यह शानदार तोहफा
प्रतीकात्मक फोटो.
नई दिल्ली:

भारतीय रेल ने कर्मचारी संगठनों की बेहद पुरानी मांग को स्वीकार करते हुए गार्ड, लोको पायलट और सहायक लोको पायलट को मिल रहे रनिंग भत्ते को दो गुने से अधिक करने का निर्णय लिया है.

एक सूत्र ने गुरुवार को बताया कि इससे सालाना भत्ते पर 1,225 करोड़ रुपये का अतिरिक्त बोझ आएगा तथा परिचालन अनुपात 2.50 प्रतिशत बढ़ जाएगा. नवंबर 2018 में भारतीय रेल का परिचालन अनुपात सर्वाधिक 117.05 प्रतिशत पर पहुंच गया. इसका मतलब है कि भारतीय रेल को प्रति सौ रुपये कमाने के लिए 117.05 रुपये खर्च करने पड़े. यह उसकी वित्तीय स्थिति का संकेतक माना जा सकता है.

रेल परिचालन में मदद करने वाले लोको पायलट, सहायक लोको पायलट तथा गार्ड को रेलवे का ‘रनिंग स्टॉफ' कहा जाता है. अभी तक इन्हें प्रति सौ किलोमीटर चलने पर करीब 255 रुपये की दर से ‘रनिंग भत्ता' दिया जाता है. इसे अब बढ़ाकर करीब 520 रुपये कर दिया गया है.

दिल्ली में क्रॉसिंग गेट न खोलने पर तैनात रेलवे कर्मचारी के हाथ-पैर काट दिए, पीयूष गोयल ने अस्पताल पहुंचकर जाना हाल

सूत्र ने कहा कि इस वृद्धि से भत्तों का खर्च अभी के करीब 1,150 करोड़ रुपये से बढ़कर करीब 2,375 करोड़ रुपये पर पहुंच जाएगा. संशोधित दरों को अब मंजूरी के लिए वित्त मंत्रालय के पास भेजा जाएगा. उसने कहा, ‘‘रनिंग कर्मचारी पिछले चार साल से भत्ता बढ़ाने की मांग कर रहे थे.

VIDEO : वेतन आयोग की सिफारिशों के खिलाफ प्रदर्शन

इससे पहले अन्य कर्मचारियों का भत्ता एक जुलाई 2017 को ही बढ़ा दिया गया था लेकिन रनिंग कर्मचारियों की मांग लंबित थी. यह रेलवे द्वारा अपने कर्मचारियों को दिया गया नववर्ष का तोहफा है. हालांकि, यह रेलवे के लिए बड़ा बोझ होगा क्योंकि इससे परिचालन लागत करीब 2.50 प्रतिशत बढ़ जाएगी.''
(इनपुट भाषा से)

NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं

फॉलो करे:
Listen to the latest songs, only on JioSaavn.com