कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी (फाइल चित्र)
नई दिल्ली:
पुणे के एफटीआईआई कैंपस में पांच छात्रों की गिरफ्तारी के बाद कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए ट्वीट किया है 'हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं मोदीजी।' साथ ही राहुल ने पीएम के अच्छे दिन के मंत्र पर भी टिप्पणी की है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया है 'प्रदर्शन कर रहे एफटीआईआई छात्रों पर आधी रात में कार्यवाही की गई। हमारे छात्र अपराधी नहीं हैं मोदीजी। चुप्पी, निलंबन, गिरफ्तारी : अच्छे दिन का मोदी मंत्र'
पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से मंगलवार आधी रात के बाद 5 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उन्होंने संस्था के निदेशक प्रशांत पाथराबे को तथाकथित रूप से उनके दफ्तर में ही सात घंटे तक बंदी बनाकर रखा, साथ ही ऑफिस के फर्नीचर को नुकसान भी पहुंचाया। बाद में एक प्रेस कॉंफ्रेंस में पाथराबे ने छात्रों की गिरफ्तारी को सही ठहराते हुए कहा 'मेरी आज़ादी का क्या? उसका उल्लंघन नहीं हुआ क्या? मैं अभी भी सदमें में हूं।'
छात्रों का कहना है कि निदेशक ने 2008 बैच के 50 बच्चों के फाइनल प्रोजेक्ट्स का आकलन करने का फैसला गलत तरीके से किया क्योंकि उनकी फिल्में अभी पूरी नहीं हुई है। उधर एफटीआईआई अधिकारियों का कहना है कि फिल्में पूरी करने में यह देरी जानबूझकर की जाती है ताकि तीन साल में कोर्स पूरा करके बाहर जाने वाले छात्र बाद के सालों में भी कैंपस में बने रहें।
55 साल पुरानी ये संस्था पिछले दो महीने से अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के फैसले पर विरोध दर्ज कर रहे हैं। इस मामले में राहुल गांधी हाल ही में छात्रों से पुणे संस्थान में मिले थे जिनमें से कुछ ने उनके साथ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात की थी।
पुणे के फिल्म एंड टेलीविजन इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया से मंगलवार आधी रात के बाद 5 छात्रों को गिरफ्तार कर लिया गया क्योंकि उन्होंने संस्था के निदेशक प्रशांत पाथराबे को तथाकथित रूप से उनके दफ्तर में ही सात घंटे तक बंदी बनाकर रखा, साथ ही ऑफिस के फर्नीचर को नुकसान भी पहुंचाया। बाद में एक प्रेस कॉंफ्रेंस में पाथराबे ने छात्रों की गिरफ्तारी को सही ठहराते हुए कहा 'मेरी आज़ादी का क्या? उसका उल्लंघन नहीं हुआ क्या? मैं अभी भी सदमें में हूं।'
छात्रों का कहना है कि निदेशक ने 2008 बैच के 50 बच्चों के फाइनल प्रोजेक्ट्स का आकलन करने का फैसला गलत तरीके से किया क्योंकि उनकी फिल्में अभी पूरी नहीं हुई है। उधर एफटीआईआई अधिकारियों का कहना है कि फिल्में पूरी करने में यह देरी जानबूझकर की जाती है ताकि तीन साल में कोर्स पूरा करके बाहर जाने वाले छात्र बाद के सालों में भी कैंपस में बने रहें।
55 साल पुरानी ये संस्था पिछले दो महीने से अध्यक्ष पद पर गजेंद्र चौहान की नियुक्ति के फैसले पर विरोध दर्ज कर रहे हैं। इस मामले में राहुल गांधी हाल ही में छात्रों से पुणे संस्थान में मिले थे जिनमें से कुछ ने उनके साथ राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से भी मुलाकात की थी।
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