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This Article is From Dec 13, 2021

मुंबई में अपनी ही गठबंधन सरकार में राहुल गांधी को नहीं मिली रैली की इजाजत

बीएमसी चुनाव के पहले राहुल गांधी की मुंबई रैली को कोविड  प्रोटोकॉल के तहत बीएमसी और राज्य सरकार ने मंजूरी नहीं दी है. राहुल गांधी की ये रैली ( Rahul Gandhi Rally) 28 दिसंबर को प्रस्तावित है. 

राहुल गांधी की मुंबई रैली को इजाजत न मिलने से कांग्रेस नाराज

मुंबई:

महाराष्ट्र में तीन दलों के गठबंधन महा विकास अघाड़ी (Maha Vikas Aghadi) में सब कुछ ठीकठाक नहीं चल रहा है. यहां इसी गठबंधन में शामिल कांग्रेस पार्टी के नेता राहुल गांधी मुंबई में रैली (Mumbai Rally) की इजाजत नहीं मिली. इससे नाराज मुंबई कांग्रेस ने हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया है. मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने बांबे हाईकोर्ट में अर्जी देकर कहा है कि मुंबई और महाराष्ट्र भर में अलग-अलग कार्यक्रम हो रहे हैं. बाजार खुले हैं. मॉल, और सिनेमाघर सभी खुले हुए हैं. इसलिए राहुल गांधी (Rahul Gandhi) की मुंबई रैली को भी मंजूरी मिलनी चाहिए.

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बीएमसी चुनाव के पहले राहुल गांधी की मुंबई रैली कांग्रेस के लिए काफी अहम मानी जा रही है, लेकिन कोविड  प्रोटोकॉल के तहत बीएमसी और राज्य सरकार ने अब तक इस रैली की मंजूरी रोक रखी है. राहुल गांधी की ये रैली ( Rahul Gandhi Rally) 28 दिसंबर को प्रस्तावित है. 

मुंबई कांग्रेस अध्यक्ष भाई जगताप ने कोर्ट में याचिका दाखिल की है, क्योंकि गठबंधन सरकार, बीएमसी और मुंबई पुलिस (Mumbai Congress) ने 28 दिसंबर की रैली को इजाजत नहीं दी है. तीनों को कोर्ट में इस मामले पर मंगलवार को सुनवाई होनी है और याचिका में तीनों को ही पक्षकार बनाया गया है. भाई जगताप भी प्रेस कान्फ्रेंस करने वाले हैं, ऐसे में गठबंधन दलों के बीच खींचतान बढ़ सकती है. उनका कहना है कि अक्टूबर से लगातार रैली के लिए मंजूरी मांगी जा रही है, लेकिन अब तक कोई निर्णय़ नहीं किया गया.

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महाराष्ट्र सरकार में उप मुख्यमंत्री अजित पवार ने कहा कि  अगर ज्यादा भीड़ होने के बाद संक्रमण होने की आशंका है तो सोचना पड़ेगा. जैसे कि 6 दिसंबर को परिनिर्वाण दिवस था, उस पर भी हमने बहुत सारी बैठकें कीं. कोरोना को छोड़ दें तो हर साल उसमें लाखों लोग शामिल होते हैं. लिहाजा हमने सभी पक्षों से गुजारिश की कि आप लोग ऐसे इकट्ठा मत हो. कुछ लोग काफी उग्र भी हुए लेकिन ऐसे हालात को संभालते वक्त सरकार को बहुत ध्यान देना पड़ता है. उन्होंने बताया कि कार्तिक एकादशी के दिन पंढरपुर में ढाई-तीन लाख लोग इकट्ठा हुए थे. ये सब देखना पड़ता है. 

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