अगर हमने दाग़ी को टिकट दिया तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी क्या हैं ? - रघुबर दास

भाजपा के उम्मीदवार भानु प्रताप साही मेडिसिन घोटाले के आरोपी हैं. उनके ख़िलाफ़ CBI और ईडी चार्जशीट दायर कर चुकी है. फ़िलहाल ट्रायल चल रहा है. यहां तक कि आय से अधिक संपत्ति रखने का भी मामला चल रहा है.

अगर हमने दाग़ी को टिकट दिया तो सोनिया गांधी और राहुल गांधी क्या हैं ? - रघुबर दास

रघुबर दास ने कहा कि उनकी सरकार में भ्रष्टाचार नहीं हुआ.

रांची:

Jharkhand Assembly Election 2019: झारखंड में इस बार विधानसभा चुनाव में दाग़ी व्यक्तियों को टिकट देने के कारण भाजपा अपने विरोधियों की ओर से काफी आलोचना झेल रही है. खासकर भ्रष्टाचार के आरोपी भानु प्रताप साही (Bhanu Pratap Sahi) को टिकट देकर और घोटालों को उजागर करने वाले सरयू राय (Saryu Rai) को टिकट से बेदख़ल करने के कारण मुख्यमंत्री रघुबर दास (Raghubar Das) के ऊपर कई सवाल किए जा रहे हैं. लेकिन अब NDTV इंडिया से बात चीत में रघुबर दास ने कहा है कि सवाल करने वाले ये बताएं कि कांग्रेस पार्टी के दो शीर्ष नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी क्या हैं?

रघुबर दास ने कहा कि अगर साही जैसे लोगों पर ट्रायल चल रहा हैं और वे दोषी पाए जाते हैं तो उनकी सदस्यता चली जाएगी.  लेकिन जब उनसे ये पूछा गया कि आखिर पिछले पांच सालों में कितने घोटालेबाज़ लोगों को डबल इंजन की सरकार ने सज़ा दिलाई तो उन्होंने उस पर कुछ भी साफ़-साफ़ नहीं कहा. हालांकि उनका दावा है कि उनके शासन काल में जितने अधिकारियों पर भ्रष्टाचार के मामले में कार्रवाई हुई वैसा पहले नहीं हुआ था. 

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भाजपा के उम्मीदवार भानु प्रताप साही मेडिसिन घोटाले के आरोपी हैं. उनके ख़िलाफ़ CBI और ईडी चार्जशीट दायर कर चुकी है. फ़िलहाल ट्रायल चल रहा है. यहां तक कि आय से अधिक संपत्ति रखने का भी मामला चल रहा है. इसके बावजूद भाजपा ने उनके दल का विलय ही नहीं करवाया बल्कि टिकट भी दिया. रघुबर दास ने अपने चुनावी अभियान की शुरुआत इनके विधानसभा भवनाथपुर से की. पार्टी नेताओं का कहना है कि साही को टिकट इस आधार पर दिया गया कि उनके इलाक़े में हर सर्वे में उनके जीतने की संभावना अधिक थी. फिलहाल उनकी उम्मीदवारी के बाद स्थानीय भाजपा में बग़ावत भी देखने को मिली. 

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लेकिन जो भाजपा खासकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमित शाह ने झारखंड में भ्रष्टाचार के उन्मूलन के वादे पर पांच साल पहले सरकार बनाई. अब उन्हीं के समय में भाजपा ने साही जैसे लोगों को टिकट देकर इस मुद्दे पर अपनी पार्टी समर्थकों के अनुसार अपनी विश्वसनीयता खो दी है.