...और उसके बाद के दिनों में पूरे देश ने बैंकों और एटीएम के बाहर लगी लंबी-लंबी, बेहद लंबी लाइनें देखीं, जिनमें लोग भूखे-प्यासे रहकर नए, या छोटे नोट हासिल करने की जद्दोजहद घंटों खड़े रहे... कहीं-कहीं तो रात-रातभर लाइन में खड़े रहकर लोगों ने अपना 'नंबर' सुरक्षित रखा, ताकि बैंक या एटीएम खुलते ही पैसा निकाल सकें...
बहरहाल, इस बीच बहुत-सी चर्चाएं होती रहीं, जिनमें सत्तारूढ़ दल और सरकार के समर्थक बताते रहे कि नोटबंदी क्यों फायदेमंद है, जबकि विपक्षी दल के आरोपों की बरसात भी जारी थी, और परेशान हो रही जनता तो सभी को दिख ही रही थी... इस दौरान, NDTVKhabar.com ने भी अपने सभी लेखकों, विचारकों से विमुद्रीकरण, और उसके प्रभावों पर अपने-अपने विचार व्यक्त करने का आग्रह किया, और उन्हें प्रकाशित किया, जिन्हें आप सभी ने सराहा...
आज हम आपके सामने लेकर आए हैं, नोटबंदी या विमुद्रीकरण को लेकर NDTVKhabar.com पर अब तक प्रकाशित सभी आलेख, जिनमें आपकी समस्याएं भी शामिल हैं, और शायद आपके विचार भी...
- विनोद वर्मा : नोटबंदी के बाद पीएम मोदी की आठ चुनौतियां...
- दयाशंकर मिश्र : ऑपरेशन 'मगरमच्छ' में वीर राजा की कहानी, इसे नोटबंदी से न जोड़ें
- सुधीर जैन : नोटबंदी के निर्णायक मोड़ पर फिर 'फेयर एंड लवली'...?
- रवीश कुमार : किसने की थी भारत बंद की अपील...?
- विराग गुप्ता : नया इनकम टैक्स संशोधन बिल - अब बंद नोटों की बहाली से खत्म करें संकट
- मनीष कुमार : नोटबंदी के खिलाफ किसी भी विरोध में जेडीयू के भाग न लेने का अर्थ क्या है...?
- सुधीर जैन : अपराध बढ़ने के लिहाज़ से अतिसंवेदनशील हो गया है देश
- मनप्रीत : सरकार जी, एक बेहतर कल चाहते हैं हम...!
- रतन मणिलाल : नोटबंदी से निकल रहे नए राजनीतिक संकेत
- सुधीर जैन : इस मामले में तो सरकार की तारीफ बनती है...
- मनीष कुमार : नोटबंदी पर नीतीश कुमार के रुख से इतना हंगामा क्यों...?
- विनोद वर्मा : प्रधानमंत्री के 10 सवालों पर एक आम नागरिक का जवाब...
- डॉ विजय अग्रवाल : नोटबंदी, शराबबंदी, तीन तलाक - राजनीति का नया चेहरा...
- रवीश कुमार : क्या ख़ुश होना ही सबसे बड़ी ख़बर है...?
- विराग गुप्ता : नोटबंदी पर बवाल - प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से 11 सवाल...
- रवीश कुमार : आरबीआई की शर्तों से शादियों का खर्च फंसा...
- शरद शर्मा : ये शादियां कैसे होंगी...!
- रतन मणिलाल : नोटबंदी के माहौल में एकता के अनोखे रंग...
- रवीश कुमार : अमेरिका, फ्रांस और ब्रिटेन में क्यों होती है करोड़ों की टैक्स चोरी...?
- रवीश कुमार : कैशलेस अर्थव्यवस्था के लिए कितने तैयार हैं हम...?
- क्रांति संभव : हिपोक्रेसी है इस डेमोक्रेसी का हिप्पोपोटोमस - प्रदर्शनीय और दर्शनीय
- शरद शर्मा : बड़े ऐलान, बिना पुख्ता प्लान...
- रजत सेठी : नोटबंदी पर सरकार को निशाना बनाना क्यों अच्छी बात नहीं...
- सर्वप्रिया सांगवान : कौन है, जो अचानक आकर पत्रकार व भीड़ को डरा जाता है...
- मनप्रीत : ख़ुश तो बहुत होगे तुम...!
- डॉ विजय अग्रवाल : यह पब्लिक है, सब जानती है...
- क्रांति संभव : यह कैसा यज्ञ, यह कैसी आहुति, जजमान...?
- रवीश कुमार : खोड़ा की औरतों का हाल नोटबंदी का हवन कर रहे पंडों को समझ नहीं आएगा...
- अखिलेश शर्मा : बीजेपी को नोटबंदी पर नरेंद्र मोदी के सहारे नैया पार लगने की उम्मीद
- सुधीर जैन : नोटबंदी का फैसला बैठे-बिठाए अपराधबोध में आते जाना...
- रवीश कुमार : 'लेकिन' के बाद शुरू होती है असली बात... व्यापारियों की बात...
- सुशील कुमार महापात्र : सिर्फ नए एटीएम लगाना समस्या का हल नहीं, उनमें कैश भी तो हो...
- रवीश कुमार : नोटबंदी की सबसे ज्यादा मार किस पर...?
- रवीश कुमार : काजल की कोठरी में बंद हैं अब भी कई सवाल...
- रवीश कुमार : क्या व्यापारी-कारोबारी चोर होते हैं...?
- रवीश कुमार : हमारी दादी-नानी, बहू-जेठानी चोर नहीं, कैसे लौटेगा उनका पैसा, आज़ादी...?
- शरद शर्मा : गेहूं के साथ पिस रहा घुन, लाइनों में लगे लोगों के सब्र को सलाम
- विराग गुप्ता : जन-धन खातों से आ सकती है काले धन के बाग में बहार
- गिरीन्द्रनाथ झा : नोट बंद हुआ है, धान नहीं...?
- रवीश कुमार : नोटबंदी से सामने आई एक सामाजिक हक़ीक़त
- कलिकेश नारायण सिंह देव : बिल्कुल सही समय पर आया मोदी का 'मास्टरस्ट्रोक', लेकिन...
- राकेश कुमार मालवीय : क्या हम बिना नगदी के कुछ समय रह सकते हैं...?
- अखिलेश शर्मा : 2019 के लोकसभा चुनाव की तैयारी है नोटबंदी का फैसला
- सुधीर जैन : सब बातें छोड़, नोट बदलवाने की चिंता में डूबा देश
- विराग गुप्ता : ब्लैकमनी पर सर्जिकल स्ट्राइक :10 अनसुलझे सवाल...?
- रवीश कुमार : काले धन पर केंद्र सरकार का बड़ा हमला