शत्रुघ्न सिन्हा के बयानों से पार्टी नाराज, उचित समय पर उचित कार्रवाई : बीजेपी सूत्र

शत्रुघ्न सिन्हा के बयानों से पार्टी नाराज, उचित समय पर उचित कार्रवाई : बीजेपी सूत्र

शत्रुघ्न सिन्हा (फाइल फोटो)

नई दिल्ली:

लंबे समय से बीजेपी के शर्मसार करने वाले बयान देने वाले दिग्गज नेता शत्रुघ्न सिन्हा के बयानों का पार्टी ने संज्ञान लिया है और सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी अब ज्यादा बर्दाश्त करने के मूड में नहीं है। सूत्र बता रहे हैं कि पार्टी उचित समय पर उचित कार्रवाही करने का मन बना चुकी है।

बिहार सीएम पद पर जब बोले सिन्हा
हाल में इस बीजेपी नेता ने अपने बयान से बीजेपी को असमंजस में डाल दिया है। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि बिहार में एनडीए की ओर से लोकजनशक्ति पार्टी प्रमुख रामविलास पासवान सीएम पद के उम्मीदवार होंगे। वहीं, इस बारे में पार्टी हमेशा से कहती आ रही है कि पार्टी की संसदीय समिति राज्य के सीएम पद के उम्मीदवार का नाम तय करेगी जैसा की अकसर चुनाव में पार्टी करती आती रही है।

2013 में ही बोले थे मोदी के 'खिलाफ'
2013 में जब बीजेपी ने यह तय कर लिया था कि गुजरात के मुख्यमंत्री नरेंद्र मोदी के नाम के साथ बीजेपी 2014 का संसदीय चुनाव लड़ेगी तब भी बीजेपी के सांसद और पार्टी के स्टार प्रचारक शत्रुघ्न सिन्हा ने नरेंद्र मोदी के खिलाफ बगावत का झंडा बुलंद कर दिया था। शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा था कि मोदी को प्रधानमंत्री पद तक पहुंचाने के लिए लालकृष्ण आडवाणी और सुषमा स्वराज जैसे वरिष्ठ नेताओं को किनारे लगाया जा रहा है।

मोदी सरकार में मंत्री पद के लिए उम्र तय होने पर जताई आपत्ति
पिछले साल 2014 में पीएम मोदी की सरकार के गठन के बाद जब यह बात सामने आई थी कि मंत्री पद के लिए 75 वर्ष की उम्र सीमा होगी, तब भी इस बात का विरोध शत्रुघ्न सिन्हा ने ही किया था।

दिल्ली चुनाव से पहले 'आप' के पत्र का बयान
लगातार अपने बयानों से मोदी सरकार के लिए परेशानियों का सबब बन रहे सिन्हा की काट के लिए पार्टी ने भी दिल्ली जैसे राज्यों में चुनाव के दौरान भोजपुरी फिल्मों के गायक और अभिनेता मनोज तिवारी को चुन लिया और प्रचार में प्रयोग ही नहीं किया बल्कि संसदीय चुनाव में टिकट देकर संसद भी पहुंचा दिया।

वहीं, सिन्हा दिल्ली में आम आदमी पार्टी की हवा की बात कही थी। उन्होंने कहा था कि "अगर 'आप' के बारे में सवाल किए जा रहे हैं, तो इसका मतलब है 'आप' की ताकत दिख रही है... मुंबइया स्टाइल में कहूं तो 'आप' का बूमा-बूम हो रहा है... 'आप' की पकड़ दिखाई दे रही है..."

उल्लेखनीय है कि बीजेपी के जोरदार प्रचार के लिए अकसर मैदान में पार्टी बॉलीवुड के शॉटगन यानी शत्रुघ्न सिन्हा का खूब सहारा लेती रही है। इसके लिए पार्टी की ओर से उन्हें हमेशा उचित सम्मान भी मिलता रहा है।

पूर्व की एनडीए सरकार में रहे मंत्री सिन्हा
पिछली एनडीए की सरकार में पार्टी ने उन्हें मंत्रीपद से भी नवाजा गया। पार्टी में आडवाणी खेमे में गिने जाने वाले इस बीजेपी के कभी कद्दावर रहे नेता की आज हालत यह है कि पार्टी में केंद्रीय स्तर पर ही नहीं राज्य स्तर पर भी इन्हें दरकिनार कर दिया गया है।

बिहार में चुनाव प्रचार की शुरुआत के कार्यक्रम में न्योता नहीं
हालात ऐसे हो गए कि 14 अप्रैल को बिहार में पार्टी के चुनावी अभियान की शुरुआत के मौके पर शत्रुघ्न सिन्हा को पार्टी की ओर से न्योता ही नहीं दिया गया था। इस पर भी सिन्हा ने अपनी नाराजगी जताई थी।

सिन्हा का पीएम मोदी पर फिर परोक्ष हमला, नीतीश को बताया 'बेस्ट सीएम', 'विकास पुरुष'
कहा जाता है कि अपने इस अपमान का बदला शत्रुघ्न सिन्हा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जुलाई में एकदिवसीय बिहार दौरे के बाद लिया। बीजेपी नेता शत्रुघ्‍न सिन्‍हा ने राज्‍य के मुख्‍यमंत्री नीतीश कुमार से अचानक मुलाकात की। सिन्हा और कुमार के बीच मुलाकात मुख्यमंत्री आवास पर हुई। बैठक के बाद सिन्‍हा ने नीतीश कुमार को बिहार का 'बेस्‍ट सीएम' बताया डाला। साथ ही उन्‍होंने मुख्‍यमंत्री कुमार को 'विकास पुरुष' की उपाधि भी दे डाली थी।

नीतीश कुमार से की मुलाकात, बांधे तारीफों के पुल
अपनी इस मुलाकात पर बवाल होने पर सफाई में बीजेपी नेता शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि यह सिर्फ एक शिष्टाचार भेंट थी। इसके साथ ही उन्होंने अपनी पार्टी के प्रति निष्ठा जताई, लेकिन साथ ही यह भी कहा कि भविष्य में क्या हो, कौन जानता है।

याकूब की फांसी पर पार्टी से अलग राय
इसके बाद फिर मुंबई में 1993 बम धमाकों के दोषी याकूब मेमन की फांसी की सजा के मुद्दे पर भी शॉटगन ने पार्टी की लाइन से इतर स्टैंड लेते हुए विरोध में राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी को भेजी गई एक अर्जी पर दस्तखत किए थे। इस बात पर आपत्ति खुद वित्तमंत्री अरुण जेटली ने जताई थी।

निलंबित कांग्रेसी सांसदों को किया समर्थन
हाल में संसद के मॉनसून सत्र के दौरान 25 कांग्रेसी सांसदों के निलंबन के मुद्दे पर भी पार्टी की फजीहत कम नहीं की थी। अपने तमाम ट्विटर के जरिए उन्होंने लोकसभा स्पीकर सुमित्रा महाजन के फैसले का विरोध किया और सांसदों का समर्थन किया था।

केजरीवाल से की मुलाकात, की सरकार की तारीफ
पार्टी के लिए दिल्ली में लगातार मुसीबत बनते दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल पर भी शॉटगन मेहरबान हुए थे। बीजेपी सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने कुछ दिन पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से मुलाकात की थी और आप सरकार की तारीफ करते हुए कहा था कि यह 'अच्छा काम' कर रही है। सिन्हा के इस नए बयान ने भी पार्टी को असहज कर दिया था जो दिल्ली सरकार को घेरने के मौके तलाश करती रहती है।

(फोटो : दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल से मिलते सिन्हा)

पीएम मोदी के डीएनए वाले बयान की परोक्ष आलोचना
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बिहार में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कहा था कि नीतीश कुमार के DNA में ही दोष है। कहा जाता है कि पीएम मोदी के इस चुनावी बयान पर भी शत्रुघ्न सिन्हा ने नाराजगी में मुंबई में कहा था कि बिहार की अस्मिता को ठेस लगानेवाले बयानों से सबको बचना चाहिए। 'बिहारी बाबू' ने कहा कि कोई भी बिहार की अस्मिता पर चोट न करें। बोलते वक्त अपने शब्दों का ख़याल करें। चुनाव तो कल चले जाएंगे। लेकिन ऐसे बयानों की चुभन बरकरार रहेगी।
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ऐसे में लंबे समय से उपेक्षित रहे सिन्हा ने मोदी युग के आरंभ से ही अपना रुख साफ बता दिया था। हालांकि कुछ सूत्रों का कहना है कि सिन्हा के पार्टी में न रहने से ज्यादा नुकसान होगा, सो पार्टी ज्यादा कुछ नहीं करेगी। बावजूद इसके कार्रवाई पर अटकलों का बाजार गर्म है, और बस इंतजार है कि पार्टी क्या कार्रवाई करती है और कब, बिहार चुनाव से पहले होगी या फिर बाद में...