हरियाणा के करनाल में किसानों की बैठक से पहले बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध: पढ़ें 10 बड़ी बातें

हरियाणा (Haryana) के करनाल (Karnal) में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने की निषेधाज्ञा लागू कर दी गई हैं, जहां किसानों ने आगामी मंगलवार को एक और बड़ी सभा की योजना बनाई है. 28 अगस्त को हुई हिंसा की जगह इलाके में तनाव है, जिससे किसान आक्रोशित हैं.

चंडीगढ़: हरियाणा (Haryana) के करनाल (Karnal) में बड़ी सभाओं पर प्रतिबंध लगाने की निषेधाज्ञा लागू कर दी गई हैं, जहां किसानों ने आगामी मंगलवार को एक और बड़ी सभा की योजना बनाई है. 28 अगस्त को हुई हिंसा की जगह इलाके में तनाव है, जिससे किसान आक्रोशित हैं.

पढ़ें इससे जुड़ी 10 महत्वपूर्ण बातें:

  1. करनाल से आईएएस अधिकारी आयुष सिन्हा को बर्खास्त करने की मांग उठाई गई है, जिन्होंने पुलिस को किसानों के "सिर फोड़ने" के निर्देश दिए थे. यह वाकया कैमरे में कैद हो गया था, जिसपर काफी बवाल देखने को मिला था.

  2. किसान संघों ने अधिकारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज करने सहित कड़ी कार्रवाई के लिए छह सितंबर की समय सीमा दी है.

  3. करनाल के सब-डिविज़नल मजिस्ट्रेट रहे आयुष सिन्हा को उनके पद से हटा दिया गया है.

  4. संयुक्त किसान मोर्चा ने इस पूरी घटना पर असंतोष जताते हुए हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से नाराजगी जताई थी. साथ ही आपत्ति जताई थी कि मुख्यमंत्री क्रूर अधिकारी का बचाव कर रहे हैं.

  5. केंद्र के कृषि कानूनों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे किसानों ने आज एक बड़ी बैठक की, जहां उन्होंने अगले साल होने वाले भाजपा शासित उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में राज्य चुनावों में भाजपा का विरोध करने का संकल्प लिया.

  6. यूपी के मुजफ्फरनगर में कानून-व्यवस्था बनाए रखने के लिए लगभग 8,000 सुरक्षाकर्मियों को तैनात किया गया था, जिसमें राकेश टिकैत और अन्य किसान नेताओं ने भाग लिया था.

  7. राकेश टिकैत ने कहा, "इस तरह की बैठकें पूरे देश में होंगी. हमें देश को बिकने से बचाने की जरूरत है. किसानों, श्रमिकों और युवाओं को जीने का हक दिया जाना चाहिए."

  8. उत्तर प्रदेश भाजपा ने बैठक के आयोजकों पर राजनीतिक मंशा रखने का आरोप लगाया. यूपी बीजेपी प्रवक्ता आलोक अवस्थी ने कहा, "पंजाब और हरियाणा के राजनीतिक कार्यकर्ताओं को आयोजन के लिए लाया गया था. वे (आयोजक) किसानों का इस्तेमाल केवल अपने राजनीतिक हित के लिए कर रहे हैं."

  9. 28 अगस्त को, मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की उपस्थिति में भाजपा की एक बैठक के विरोध में करनाल के रास्ते में राजमार्ग को अवरुद्ध करने वाले किसानों पर हरियाणा पुलिस द्वारा किए गए लाठीचार्ज में लगभग 10 लोग घायल हो गए थे. इसके तुरंत बाद, आयुष सिन्हा का पुलिस को "सिर फोड़ने" का निर्देश देने वाला वीडियो सामने आया.

  10. बाद में, एक संवाददाता सम्मेलन में, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने कहा, "हालांकि अधिकारी (आयुष सिन्हा) के शब्दों का चुनाव सही नहीं था, लेकिन कानून और व्यवस्था की स्थिति को सुनिश्चित करने के लिए सख्ती बरती जानी चाहिए थी".