जम्मू कश्मीर के 122 कैदी जोकि इस राज्य से बाहर की जेलों में बंद हैं इस बार उनके लिए यह ईद सूनी नहीं रही. केंद्रीय गृह मंत्रालय की पहल पर इन सभी कैदियों को उनके परिवार वालों से बात करने का मौका दिया गया. मंत्रालय के एक वरिष्ठ अधिकारी ने NDTV को बताया कि यह गृह मंत्रालय की तरफ से ईद के मौके पर कैदियों के लिए एक 'गुड विल' पहल है. ईद के मौके पर अपने परिवार वालों से बात करके कैदी भी खासे खुश नजर आ रहे हैं. मंत्रालय ने अन्य राज्यों की जेलों में बंद कैदियों के लिए खास मंजूरी का बंदोबस्त किया था. अधिकारी ने बताया कि सभी कैदियों ने अपने परिवार वालों से मन भर कर बातें की.
अधिकारी ने बताया चूंकि कोविड-19 के प्रकोप के चलते कैदियों से मुलाकात नहीं हो रही है. लिहाजा कैदियों के लिए ईद को खास बनाने के लिए यह कदम उठाया गया. उन्होंने बताया कि कोराना के प्रकोप के चलते कैदियों के परिवार वालों के लिए अन्य राज्यों में यात्रा करना कठिन होता है इसलिए यह खास इंतजाम सभी के लिए किया गया. प्रत्येक कैदी को उसके परिवार से बात करने के लिए बेहद खास बंदोबस्त किए गए थे.
MHA के अनुसार, जम्मू कश्मीर के 122 कैदी अन्य राज्यों में बंद हैं, अलग-अलग अपराधों के लिए इनमें से 106 उत्तर प्रदेश, 15 हरियाणा और एक दिल्ली में बंद है. उत्तर प्रदेश के आगरा के सेंट्रल जेल, प्रयागराज के नैनी सेंट्रल जेल, वाराणसी के सेंट्रल जेल, बरेली की जिला जेल, अंबेडकरनगर की जिला जेल और लखनऊ की जिला जेलों में बंद हैं. वहीं बात करें हरियाणा की, तो आपको बता दें कि 15 कैदी करनाल और झज्जर की जिला जेलों में बंद हैं. वहीं एक कैदी दिल्ली की तिहाड़ जेल की सलाखों में कैद है.
तिहाड़ जेल के डीजी संदीप गोयल ने NDTV को पुष्टि की, जम्मू कश्मीर का एक कैदी तिहाड़ जेल में बंद है और उसे ईद के मौके पर परिवार से बात करने की विशेष अनुमति दी गई.
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