चुनाव रणनीतिकार प्रशांत किशोर (Prashant Kishor) का कांग्रेस पार्टी के साथ 'सहयोग' मूर्त रूप नहीं ले पाया लेकिन उनके करीबी ने इस पार्टी के साथ एक नई जिम्मेदारी स्वीकार की है.I-PAC के हिस्से के रूप में प्रशांत के साथ मिलकर काम करने वाले सुनील कानुगोलु (Sunil Kanugolu)को भविष्य के चुनावों में कांग्रेस के प्रचार की योजना बनाने की जिम्मेदारी दी गइ है. कांग्रेस नेता राहुल गांधी के साथ बैठक के बाद कानुगोलु को यह काम सौंपा गया. सूत्रों ने शु्क्रवार को बताया कि सुनील 2023 में होने वाले विधानसभा चुनावों की देखरेख करेंगे.
प्रशांत किशोर के सहयोगी के रूप में कानुगोलु पूर्व में बीजेपी, डीएमके, एआईएडीएमके और अकाली दल के साथ काम कर चुके हैं. पिछले वर्ष अप्रैल-मई माह में बंगाल विधानसभा चुनाव में तृणमूल कांग्रेस को धमाकेदार जीत दिलाने के तुरंत बाद प्रशांत किशोर यानी PK की सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा से बातचीत हुई थी. इन चर्चा में पीके लिए सलाहकार या कांग्रेस की पूर्णकालिक सदस्यता को लेकर संभावनाओं पर विचार हुआ था. प्रशांत का नीतीश कुमार की पार्टी जेडीयू के साथ राजनीतिक 'कार्यकाल' बेहद कम समय का रहा था.
कई माहों की चुप्पी के बाद कांग्रेस के साथ इस वार्ता के टूटने का खुलासा तब हुआ जब प्रशांत ने कांग्रेस के गांधी परिवार के नेतृत्व के खिलाफ खुलकर राय जताई और राहुल गांधी पर कई बार जमकर निशाना साधा. हालांकि न तो कांग्रेस और न ही प्रशांत किशोर की ओर से यह जानकारी सामने आई है कि बातचीत आखिर क्यों टूटी. एक धारणा यह है कि राहुल गांधी कांग्रेस ज्वॉइन करें और इसमें रहते हुए पार्टीगत बदलाव पर काम करें. प्रशांत किशोर ने कुछ माह से अपने इलेक्शन कंसल्टेंसी ग्रुप से दूरी बना ली है और ऐसा लगता है कि वे राजनीति से जुड़ने की ओर बढ़ रहे हैं.
- ये भी पढ़ें -
* अशनीर ग्रोवर अब कर्मचारी, निदेशक, संस्थापक नहीं, उनका परिवार गड़बड़ियों में था शामिल, BharatPe का आरोप
* 31 फ्लाइट्स 8 मार्च तक 6300 से अधिक भारतीयों को यूक्रेन से लाएंगी भारत : रिपोर्ट
* शार्प शूटरों और दिल्ली पुलिस के बीच जबर्दस्त मुठभेड़, गोलियों की तड़तड़ाहट से गूंजा बाहरी उत्तरी जिला
VIDEO: यूक्रेन-रूस युद्ध के बीच अर्थव्यवस्था पर असर, लोगों को जरूरी सामान की हो रही किल्लत
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं