Ram Mandir Bhoomi Pujan: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के लिए भूमिपूजन समारोह बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) की विशेष उपस्थिति में संपन्न हुआ. प्रधानमंत्री ने अयोध्या पहुंचकर भूमि पूजन (Ram Mandir Bhumipujan) किया और मंदिर की आधारशिला रखी. पीएम मोदी की मां हीराबेन भी टीवी पर इस खास क्षण की गवाह बनीं. सामने आए फोटो में हीराबेन को अहमदाबाद में हाथ जोड़कर टीवी के सामने बैठे हुए देखा जा सकता है. टीवी पर पीएम मोदी मंदिर निर्माण के लिए पूजन करते हुए दिखाई दे रहे हैं. गौरतलब है कि भूमि पूजन समारोह के प्रधानमंत्री ने हनुमानगढ़ी (Hanumangarhi) पहुंचकर हनुमानजी की पूजा-अर्चना की और फिर राम जन्मभूमि क्षेत्र पहुंचकर भगवान राम को दंडवत प्रणाम किया.
पारंपरिक धोती-कुर्ता पहने मोदी को हनुमानगढ़ी मंदिर के मुख्य पुजारी ने एक पटका भेंट किया. मंदिर में कुछ देर पूजा-अर्चना करने के बाद मोदी राम जन्मभूमि क्षेत्र के लिए रवाना हो गए, राम जन्मभूमि पहुंचकर प्रधानमंत्री ने भगवान राम को दंडवत प्रणाम किया और वहां पारिजात का पौधा लगाया.
जो नारा प्रियंका गांधी ने लगाया, उसे अयोध्या में PM मोदी ने भी दोहराया! बड़े बदलाव के हैं संकेत?
अयोध्या में राम मंदिर का भूमि पूजन करने के बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने अपना भाषण जय श्रीराम के नारों के साथ शुरू किया. उन्होंने कहा कि जय सिया राम के नारे आज सिर्फ अयोध्या में नहीं बल्कि आज पूरे विश्व में गूंज रहे हैं. उन्होंने कहा कि यह मेरा सौभाग्य है कि राम भूमि ट्रस्ट ने मुझे आमंत्रित किया और इस अवसर का साक्षी बनने का मौका दिया. पीएम ने कहा कि सरयू के किनारे आज स्वर्णिम अध्याय लिखा जा रहा है. आज पपूरा भारत भावुक है. सदियों का इंतजार आज समाप्त हो रहा है
प्रधानमंत्री ने कहा, आप भगवान राम की अद्भुत शक्ति देखिए. इमारतें नष्ट कर दी गईं, अस्तित्व मिटाने का प्रयास भी बहुत हुआ, लेकिन राम आज भी हमारे मन में बसे हैं और हमारी संस्कृति का आधार हैं.पीएम ने कहा, दशकों के इंतजार के बाद भारत भावुक हो गया है.करोड़ों को विश्वास नहीं होगा कि उन्होंने हमारे जीवनकाल में इस दिन को देखा है.वर्षों से, हमारे रामलला (शिशु भगवान राम) एक तम्बू के नीचे रहते थे, अब वह रामभक्तों द्वारा निर्मित भव्य मंदिर में निवास करेंगे.आज, राम जन्मभूमि को आजाद कर दिया गया है.प्रधानमंत्री ने कहा, 'राम हर जगह हैं, भारत के दर्शन-आस्था-आदर्श-दिव्यता में राम ही हैं. तुलसी के राम सगुण राम हैं, नानक-तुलसी के राम निगुण राम हैं. भगवान बुद्ध-जैन धर्म भी राम से जुड़े हैं. तमिल में कंभ रामायण है, तेलुगु, कन्नड़, कश्मीर समेत हर अलग-अलग हिस्से में राम को समझने के अलग-अलग रुप हैं. पीएम मोदी ने कहा कि राम सब जगह हैं, राम सभी में हैं. विश्व की सबसे अधिक मुस्लिम जनसंख्या इंडोनेशिया में है, वहां पर भी रामायण का पाठ होता है. पीएम ने बताया कि कंबोडिया, श्रीलंका, चीन, ईरान, नेपाल समेत दुनिया के कई देशों में राम का नाम लिया जाता है.'
अयोध्या की दीवारों पर रामकथा
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं