प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को उत्तर प्रदेश के महोबा जिले में अर्जुन सहायक परियोजना का उद्घाटन किया. पीएम मोदी ने जिले में शुरू होने वाली विभिन्न विकास परियोजनाओं के मॉडल का भी निरीक्षण किया. उनके साथ उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राज्यपाल आनंदीबेन पटेल भी मौजूद थीं. यहां से पीएम मोदी "राष्ट्र रक्षा सम्पर्ण पर्व" के लिए झांसी जाएंगे. इस आयोजन के दौरान, वह औपचारिक रूप से रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा भारतीय नौसेना को नौसेना के जहाजों के लिए उन्नत इलेक्ट्रॉनिक वारफेयर (EW) सूट सौंपेंगे.
महोबा में जनसभा को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महोबा की ऐतिहासिक धरती पर आकर अलग ही अनुभूति होती है. इस समय देश, देश की आजादी और राष्ट्र निर्माण में जनजातीय साथियों के योगदान को समर्पित जनजातीय गौरव सप्ताह मना रहा है. गुलामी के उस दौर में भारत में नई चेतना जगाने वाले गुरु नानक देव जी का प्रकाश पर्व भी आज है. मैं देश और दुनिया के लोगों को गुरु पूरब की भी शुभकामनाएं भी देता हूं. आज ही भारत की वीर बेटी, बुंदेलखंड की शान, वीरांगना रानी लक्ष्मीबाई की जयंती भी है.'
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पीएम ने कहा, बीते 7 वर्षों में हम कैसे सरकार को दिल्ली के बंद कमरों से निकालकर देश के कोने-कोने में लाए हैं. महोबा, इसका साक्षात गवाह है. ये धरती ऐसी योजनाओं, ऐसे फैसलों की साक्षी रही है जिन्होंने देश की गरीब, माताओं-बहनों के जीवन में बड़े बदलाव किए हैं. कुछ वक्त पहले यहीं से उज्ज्वला योजना के दूसरे चरण की शुरुआत की थी. कुछ वर्ष पहले मैंने महोबा से ही देश की मुस्लिम बहनों से वादा किया था कि मैं उन्हें तीन तलाक की कुप्रथा से मुक्ति दिलाऊंगा. ये वादा भी पूरा हो चुका है.
इस समय देश, देश की आजादी और राष्ट्र निर्माण में जनजातीय साथियों के योगदान को समर्पित जनजातीय गौरव सप्ताह भी मना रहा है।
— BJP (@BJP4India) November 19, 2021
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उन्होंने कहा कि दिल्ली और उत्तर प्रदेश में लंबे समय तक शासन करने वालों ने बारी-बारी से बुंदेलखंड को उजाड़ने में कोई कसर नहीं छोड़ी. यहां के जंगलों, संसाधनों को कैसे माफिया के हवाले किया गया, ये किसी से छिपा नहीं है. अब इन्हीं माफियाओं पर बुलडोजर चल रहा है, तो कुछ लोग हाय-तौबा मचा रहे हैं. ये लोग कितनी भी तौबा मचा लें, यूपी के विकास के काम, बुंदेलखंड के विकास के काम रुकने वाले नहीं हैं.
पीएम ने कहा कि किसानों को हमेशा समस्याओं में उलझाए रखना ही कुछ राजनीतिक दलों का आधार रहा है. ये समस्याओं की राजनीति करते हैं और हम समाधान की राष्ट्रनीति करते हैं. केन-बेतवा लिंक का समाधान भी हमारी ही सरकार ने निकाला है. दशकों तक बुंदेलखंड के लोगों ने लूटने वाली सरकारें देखी हैं, पहली बार बुंदेलखंड के लोग यहां के विकास के लिए काम करने वाली सरकार देख रहे हैं. इस कटु सत्य को कोई भुला नहीं सकता है कि वो उत्तर प्रदेश को लूटते नहीं थकते थे और हम काम करते-करते नहीं थकते हैं.
परिवारवादियों की सरकारों ने दशकों तक यूपी के अधिकतर गांवों को प्यासा रखा है. परिवारवादियों की सरकारें किसानों को सिर्फ अभाव में रखना चाहती थीं. वो किसानों के नाम से घोषणाएं करते थे, लेकिन किसान तक पाई भी नहीं पहुंचती थी. जबकि पीएम किसान सम्मान निधि से हमने अब तक 1 लाख 62 हजार करोड़ रुपये सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजे हैं. हम बुंदेलखंड से पलायन को रोकने के लिए इस क्षेत्र को रोज़गार में आत्मनिर्भर बनाने के लिए प्रतिबद्ध हैं. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे और यूपी डिफेंस कॉरिडोर भी इसका एक बहुत बड़ा प्रमाण है.
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