प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) के ड्रेस कोड को लेकर बराबर चर्चा होती रहती है, ऐसे में मिथिलांचल में अपनी खास पहचान बना चुकी मिथिला पेंटिंग वाले मास्क प्रधानमंत्री के द्वारा नहीं पहना जाना चर्चा का विषय हो गया है. भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक खास बात है कि वे जहां जाते हैं वहां के पहनावे को महत्व देते हैं और स्वयं भी वहां का पहनावा, वहां की भाषा का उपयोग करते हैं.
लेकिन आज दरभंगा के ऐतिहासिक राज मैदान में आहूत एक चुनावी सभा के संबोधन के लिए पहुंचे नरेंद्र मोदी ने मिथिला की वेशभूषा वाला कोई पहनावा नहीं पहना था. जिस मिथिला पेंटिंग के मास्क ने पूरे विश्व में धूम मचा रखी है. प्रधानमंत्री और बिहार के मुख्यमंत्री दोनों ने मिथिला पेंटिंग वाला मास्क नहीं पहना था.
बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार साधारण उपयोग में आने वाला सर्जिकल मास्क पहना था, जबकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उजले रंग के कपड़े का मास्क पहना था.
रैली में PM मोदी की अयोध्या पर टिप्पणी ने दिलाई नीतीश कुमार के 2015 वाले तंज की याद
बुधवार सुबह में मिथिला क्षेत्र में पहुंचे पीएम ने दरभंगा यहां पर अयोध्या में मंदिर निर्माण को लेकर एक टिप्पणी की है, जिससे लोगों की नीतीश कुमार को लेकर एक पुरानी याद ताजा हो गई है. नीतीश कुमार ने कभी मंदिर निर्माण को लेकर बीजेपी पर तंज कसा था, आज पीएम मोदी की यह टिप्पणी उसी तंज के अंडरटोन में थी.
पीएम ने कहा कि 'मिथिला में जन्म लेने वाली मां सीता आज अयोध्या में भव्य मंदिर के निर्माण को देखकर बहुत खुश होंगी.' पीएम ने कहा कि 'सदियों की तपस्या के बाद, अब आखिरकार अयोध्या में भव्य राम मंदिर का निर्माण शुरू हो गया है. वो सियासी लोग जो बार-बार हमें तारीख पूछा करते थे, बहुत मजबूरी में वो भी तालियां बजा रहे हैं. यही बीजेपी, NDA की पहचान है- जो हम कहते हैं, वो हम करते हैं.'
बता दें कि नीतीश कुमार ने 2015 में बीजेपी पर ऐसा ही कुछ तंज कसा था. उस वक्त वो लालू प्रसाद यादव और कांग्रेस के साथ महागठबंधन में थे. उन्होंने कहा था, 'बीजेपी और आरएसएस के लोग कहते रहते हैं- राम लला हम आएंगे, मंदिर वहीं बनाएंगे, पर तारीख नहीं बताएंगे.'
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