पेट्रोलियम मंत्रालय में दस्तावेज़ों की चोरी की जांच के दायरे में अब कई निजी कंपनियों के बड़े अफ़सर भी आने जा रहे हैं।
पुलिस पहले ही पेट्रोलियम से जुड़ी कंपनियों के पांच अफ़सरों से गिरफ़्तारी के बाद पूछताछ कर रही है। ये हैं - आरआईएल के मैनेजर कॉर्पोरेट अफ़ेयर्स शैलेश सक्सेना, जुबिलेंट एनर्जी के सीनियर एग्ज़िक्युटिव सुभाष चंद्रा, रिलायंस एडीएजी के डीजीएम ऋषि आनंद, एस्सार के डीजीएम विनय और केयर्न्स इंडिया के जीएम केके नायक।
पुलिस ने अब इन कंपनियों के कई अन्य बड़े अफ़सरों को भी पूछताछ के लिए नोटिस जारी कर दिया है। इस मामले में अब तक 12 लोग गिरफ़्तार हो चुके हैं। पुलिस के मुताबिक अभी कुछ और गिरफ़्तारियां हो सकती हैं। पुलिस सूत्रों की मानें तो गोल मार्केट में फोटोकॉपी की दुकान चलाने वाले एक शख़्स से भी पूछताछ चल रही है।
अब तक क़रीब 50 लोगों से पूछताछ हो चुकी है, जिनमें पेट्रोलियम मंत्रालय के कई कर्मचारी भी जांच के दायरे में हैं। वहीं पुलिस मंत्रालय के अधिकारियों से दस्तावेजों की जांच करा रही है। अब तक की जांच में बिजली, कोयला, पेट्रोलियम और रक्षा मंत्रालयों से जुड़े दस्तावेज़ों के चोरी होने का पता चला है।
सोमवार को पुलिस रिमांड पर चल रहे चार आरोपियों - शांतनु सैकिया, प्रयास जैन, लालता प्रसाद और उसके भाई राकेश को कोर्ट में पेश क
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं