पणजी:
राष्ट्रीय पक्षी मोर और राज्य पशु जंगली भैंस को भी गोवा सरकार द्वारा घोषित किए जाने वाले 'हानिकारक जीव' के लिए प्रस्तावित किया गया है। मोर के राष्ट्रीय पक्षी होने और जंगली भैंस के गोवा के राज्य पशु होने के साथ ही ये 'संरक्षित प्रजातियों' में शामिल हैं, इसलिए सरकार के इस निर्णय से पर्यावरणविदों में असंतोष पैदा होने की संभावना है।
राज्य के कृषिमंत्री रमेश तावड़ेकर ने बताया, 'हमने उब, बंदर, जंगली भैंस, मोर समेत कई जंगली प्रजातियों को 'हानिकारक जीव' घोषित करने के लिए प्रस्तावित किया है। यह जीव किसानों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहें हैं और ग्रामीण इलाकों में खेती भी बरबाद कर रहे हैं।'
तावड़ेकर ने कहा, 'हम किसानों द्वारा की गई उन शिकायतों के रिकोर्ड को इकट्ठा करेंगे, जिनमें उन्होंने इन जीवों के खेती खराब करने का जिक्र किया है। कई शिकायतों में इन जीवों को 'हानिकारक जीव' घोषित करने की मांग की गई है।'
वहीं मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने हाल ही में आयोजित राज्य विधानसभा सत्र में कहा था कि किसानों को नुकसान होने के कारण सरकार बंदर समेत कई अन्य जानवरों को 'हानिकारक जीव' घोषित करने वाली है। पारसेकर ने इस दौरान राज्य के कुछ इलाकों में फैल रहे मंकी फीवर की घटनाओं का भी जिक्र किया था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
राज्य के कृषिमंत्री रमेश तावड़ेकर ने बताया, 'हमने उब, बंदर, जंगली भैंस, मोर समेत कई जंगली प्रजातियों को 'हानिकारक जीव' घोषित करने के लिए प्रस्तावित किया है। यह जीव किसानों के लिए मुश्किलें पैदा कर रहें हैं और ग्रामीण इलाकों में खेती भी बरबाद कर रहे हैं।'
तावड़ेकर ने कहा, 'हम किसानों द्वारा की गई उन शिकायतों के रिकोर्ड को इकट्ठा करेंगे, जिनमें उन्होंने इन जीवों के खेती खराब करने का जिक्र किया है। कई शिकायतों में इन जीवों को 'हानिकारक जीव' घोषित करने की मांग की गई है।'
वहीं मुख्यमंत्री लक्ष्मीकांत पारसेकर ने हाल ही में आयोजित राज्य विधानसभा सत्र में कहा था कि किसानों को नुकसान होने के कारण सरकार बंदर समेत कई अन्य जानवरों को 'हानिकारक जीव' घोषित करने वाली है। पारसेकर ने इस दौरान राज्य के कुछ इलाकों में फैल रहे मंकी फीवर की घटनाओं का भी जिक्र किया था।
(इस खबर को एनडीटीवी टीम ने संपादित नहीं किया है. यह सिंडीकेट फीड से सीधे प्रकाशित की गई है)
NDTV.in पर ताज़ातरीन ख़बरों को ट्रैक करें, व देश के कोने-कोने से और दुनियाभर से न्यूज़ अपडेट पाएं