महबूबा मुफ्ती की टिप्पणी पाकिस्तान द्वारा शुक्रवार को संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के बाद दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी के बाद आई है
श्रीनगर: पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष महबूबा मुफ्ती (Mehbooba Mufti) ने शनिवार को कहा कि भारत एवं पाकिस्तान अपनी राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठें और संवाद की पहल करें. उन्होंने कहा कि नियंत्रण रेखा (एलओसी) के दोनों ओर बढ़ रही हताहतों की संख्या को देखना दुखद है. महबूबा मुफ्ती की टिप्पणी पाकिस्तान द्वारा शुक्रवार को संघर्ष विराम का उल्लंघन करने के बाद दोनों देशों के बीच नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी के बाद आई है. नियंत्रण रेखा पर हुई भारी गोलाबारी की वजह से दोनों ओर से जानें गई हैं.
जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी और पाकिस्तान के पूर्व राष्ट्रपति जनरल परवेज मुशर्रफ के बीच सीमा पर संघर्ष विराम को लेकर बनी सहमति और कार्यान्वयन को बहाल करना अच्छी शुरुआत हो सकती है. महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट किया, "एलओसी के दोनों ओर हताहतों की बढ़ती संख्या को देखना दुखद है. भारतीय और पाकिस्तानी नेतृत्व राजनीतिक मजबूरियों से ऊपर उठकर संवाद की पहल करें.. वाजपेयी जी और मुशर्रफ साहब के बीच संघर्ष विराम पर बनी सहमति और अनुपालन को बहाल किया जाता है तो यह अच्छी शुरुआत होगी.."
बता दें कि दीवाली से पहले शुक्रवार को पाकिस्तान ने नियंत्रण रेखा पर कई जगह सीजफायर का उल्लंघन किया और भारी गोलाबारी की. पाकिस्तान इसकी आड़ में आतंकी घुसपैठ कराना चाहता था लेकिन भारतीय सेना ने उसके मंसूबे नाकाम कर दिए. पाकिस्तानी फायरिंग में सेना के 4 जवान, एक सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के उप-निरीक्षक और 6 नागरिक मारे गए. पाकिस्तानी सेना ने मोर्टार और अन्य हथियारों का इस्तेमाल किया था. भारतीय सेना ने भी पाक गोलाबारी का दृढ़ता से जवाब दिया. सेना के सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ भी कई हताहत हुए हैं.
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