पाटीदार अनामत आंदोलन के नेता हार्दिक पटेल. (फाइल फोटो)
खास बातें
- हार्दिक पटेल ने शुरू की अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल
- सरकार प्रदर्शन के लिए अनुमति देने से कर दिया था इंकार
- हार्दिक बोले, दो महीने पहले भूख हड़ताल की अनुमति मांगी थी
अहमदाबाद: पाटीदार नेता हार्दिक पटेल (Hardik Patel) ने पाटीदारों के लिए आरक्षण की मांग को लेकर अपने फार्म हाउस में अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल शुरू कर दी. इससे पहले गुजरात सरकार प्रदर्शन के लिए विभिन्न स्थानों की अनुमति देने से इंकार कर दिया था. पाटीदार अनामत आंदोलन समिति (पीएएएस) के नेता ने अपने फार्महाउस में पूजा के बाद कई कांग्रेस विधायकों और अपने समर्थकों की उपस्थिति में दोपहर 3 बजे भूख हड़ताल शुरू की. यहां बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया था. यह परिसर में आने जाने वालों की तलाशी ले रहे थे.
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हार्दिक पटेल के फार्महाउस में उपस्थित लोगों में दोराजी से कांग्रेस विधायक ललित वसोया, पाटन से कीर्ति पटेल, टनकारा से ललित कगाथरा, मोरबी से ब्रजेश मेरजा और उंझा से आशा पटेल शामिल रहे. वसोया ने कहा कि वह अन्य कांग्रेस विधायकों के साथ कल से सांकेतिक भूख हड़ताल पर बैठ जायेंगे. हार्दिक पटेल ने आरोप लगाया कि प्रदेश की भाजपा सरकार ने उनको अनुमति देने से इंकार कर दिया, क्योंकि वह उनके आंदोलन को विफल करने की कोशिश कर रही है. पुलिस ने कहा कि यह कदम कानून और व्यवस्था की स्थिति के मद्देनजर उठाया गया है. इस तरह के प्रदर्शन के दौरान पहले हिंसा हो चुकी है.
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हार्दिक पटेल ने संवाददाताओं को बताया कि पाटीदार आंदोलन की आज तीसरी वर्षगांठ है. दो महीने पहले उन्होंने अनिश्चितकालीन भूख हड़ताल की अनुमति मांगी थी, लेकिन उन्हें अनुमति नहीं दी गई. इसके बाद उन्होंने निर्णय किया कि अपने आवास पर यह करेंगे.
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उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने उनके 16000 समर्थकों को हिरासत में ले लिया है और अहमदाबाद की तरफ आने वाले राजमर्गों पर रूकावट और अवरोध लगाया है, ताकि लोग उनके भूख हड़ताल में शामिल ना हो सकें. पुलिस महानिरीक्षक (खुफिया) आर बी ब्रह्मभट्ट ने हिरासत में लिए गए लोगों की संख्या 158 बताई है.
(इनपुट: भाषा)