राज्यसभा में सफाई देते गुलाम नबी आजाद
नई दिल्ली:
कांग्रेस नेता गुलाम नबी आजाद ने राज्यसभा में अपने उस बयान की सीडी दी और सफाई दी कि उन्होंने आरएसएस और आईएसआईएस की तुलना नहीं की। आजाद ने अपने बयान पर आज सफाई भी दी। उन्होंने कहा कि उनके बयान को तोड़ मरोड़कर पेश किया गया।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने आईएसआईएस के बारे में कहा और कहा कि इसकी तुलना आरएसएस करना सही नहीं है।
इससे पहले, विपक्ष ने आधार बिल और बजट पर चर्चा के लिए राज्यसभा का सत्र दो दिन बढ़ाने की मांग की है। ऐसा आम तौर पर कम ही होता है कि विपक्ष राज्यसभा का सत्र बढ़ाने की मांग करे।
16 मार्च को राज्यसभा का पहला चरण समाप्त हो रहा है। 39 दिन बाद बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होगा। दरअसल लोकसभा में आधार बिल को मनी बिल के तौर पर पास करवाने से विपक्ष नाख़ुश है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने राज्यसभा को कमज़ोर करने की नीयत से ऐसा किया। मनी बिल का नियम है कि लोकसभा में पास किए जाने के बाद राज्यसभा सिर्फ इस पर बहस कर सकता है।
उसमें संशोधन नहीं कर सकता। नियम के मुताबिक, पेश किए जाने के 14 दिन के अंदर ही इस पर बहस हो सकती है और ऐसा न हुआ तो इसे पास माना जाता है।
बीजेपी नेता और केंद्रीय मंत्री अरुण जेटली ने आईएसआईएस के बारे में कहा और कहा कि इसकी तुलना आरएसएस करना सही नहीं है।
इससे पहले, विपक्ष ने आधार बिल और बजट पर चर्चा के लिए राज्यसभा का सत्र दो दिन बढ़ाने की मांग की है। ऐसा आम तौर पर कम ही होता है कि विपक्ष राज्यसभा का सत्र बढ़ाने की मांग करे।
16 मार्च को राज्यसभा का पहला चरण समाप्त हो रहा है। 39 दिन बाद बजट सत्र का दूसरा चरण शुरू होगा। दरअसल लोकसभा में आधार बिल को मनी बिल के तौर पर पास करवाने से विपक्ष नाख़ुश है। विपक्ष का आरोप है कि सरकार ने राज्यसभा को कमज़ोर करने की नीयत से ऐसा किया। मनी बिल का नियम है कि लोकसभा में पास किए जाने के बाद राज्यसभा सिर्फ इस पर बहस कर सकता है।
उसमें संशोधन नहीं कर सकता। नियम के मुताबिक, पेश किए जाने के 14 दिन के अंदर ही इस पर बहस हो सकती है और ऐसा न हुआ तो इसे पास माना जाता है।
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