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This Article is From May 14, 2021

Remdesivir से ऑक्सीजन सिलेंडर तक के नाम पर ठगी, दिल्ली पुलिस ने 100 से ज्यादा FIR दर्ज कीं

दिल्ली पुलिस ने शिकायतों के आधार पर कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसे 115 से ज्यादा फ्रॉड पर मामला दर्ज किया है. कई लोगों को अरेस्‍ट भी किया गया है.

Remdesivir से ऑक्सीजन सिलेंडर तक के नाम पर ठगी, दिल्ली पुलिस ने 100 से ज्यादा FIR दर्ज कीं
प्रतीकात्‍मक फोटो
नई दिल्ली:

कोरोना की इस महामारी के दौर में कई ठग भी सक्रिय हैं. ये ऑक्सीजन, दवा और बेड दिलाने के नाम पर सैकड़ो लोगों को ऑनलाइन चपत लगा रहे हैं. दिल्ली पुलिस ने इस तरह के फ्रॉड की शिकायत पर 100 से ज्यादा FIR दर्ज की है. कोरोना संक्रमण के दौरान Remdesivir दवा की कालाबाजारी आम है, इस दवा की एक वायल करीब 900 रुपए की है. लेकिन रजत जैन को ये करीब 50 हजार रुपए में मिली वो भी फिल्मी स्टाइल से. रजत बताते हैं, 'मेरठ में मैरे मौसाजी की तबियत खराब थी और Remdesivir दवा की जरूरत है इस दवा के लिए हमने पांच सौ गुना कीमत दी. पहले एक फोन आएगा फिर कहा जाएगा कि आप वहां खड़े हो जाओ. इसके बाद फिल्मी स्चाइल से हमने रेमडेसिवियर खरीदा. Remdesivir ही नहीं बल्कि ऑक्सीजन सिलेंडर के नाम पर कई जालसाज सक्रिय हैं. पहले ये अपना नंबर व्हाट्स ग्रुप पर फारवर्ड करते हैं फिर ऑनलाइन पेमेंट अपने खाते में करवाकर लोगों को ठग रहे हैं.

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अमित दवे नामक के एक शख्‍स ने ऑक्सीजन सिलेंडर खरीदने की कोशिश की. व्हाट्सएप चैट के दौरान ठगी करने वाले व्‍यक्ति ने सोल इंडिया ट्रस्ट वाला एक खाता दिया और उस खाते में जैसे ही ऑनलाइन पैसा जमा कराया, ठग पैसे लेकर गायब हो गया. पीड़ित अमित दवे ने बताया, 'दोस्त ऑक्सीजन के लिए खोज रहा था तो एक नंबर व्हाट्सएप ग्रुप पर घूम रहा था. मैंने उनसे मैसेज पर पूछा और एडवांस की पैसा, जो अकाउंट एक ट्रस्ट के नाम पर था, में पैसा जमा कराया लेकिन दो घंटे बाद मोबाइल स्विच आफ हो गया.

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कोरोना काल में नामी अस्पताल में बेड दिलवाने के नाम पर फ्रॉड किया जा रहा है. इसे करने वाले को बीकॉम गैंग के नाम से जाना जाता है .बड़े अस्पताल के बाहर गैंग का सदस्य खड़ा होता है और जिन मरीजों का दाखिला नहीं हो पाता है उससे बात करता है फिर फोन से अपने ही गैंग के साथी को डॉक्टर के तौर पर बात करवाकर लाखों रुपए अपने अकाउंट में ऑनलाइन ट्रांसफर करवा लेता है. एसपी सिटी, गा‍जियाबाद निपुण अग्रवाल कहते हैं, 'हमने गैंग के सदस्‍यों को पकड़ा है. ये सब पढ़े लिखे लोग है, कोरोना काल में पैसा कमाने के लिए इन लोगों ने गैंग बनाया.'दिल्ली पुलिस ने शिकायतों के आधार पर कोरोना संक्रमण के दौरान ऐसे 115 से ज्यादा फ्रॉड पर मामला दर्ज किया है. कई लोगों को अरेस्‍ट भी किया गया है.कोरोना संक्रमण की इस लहर में एंबुलेंस के नाम पर भी खूब मनमाना पैसा वसूला गया है.कई एंबुलेस चालकों को पुलिस ने पकड़ा भी है. ठगी करने वाले बेड और यहां तक की श्मशान घाट पर लकड़ी और कफन तक में लोगों के साथ फ्राड कर रहे हैं.अब अदालत भी इन ठगों पर सख्त है और लगातार ठग सलाखों के पीछे भी पहुंच रहे हैं.

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