बिहार में पत्रकारों के ख़िलाफ़ एफ़आईआर दर्ज कराने का मामला तूल पकड़ता जा रहा है. सोमवार को विधानसभा में ये मुद्दा विपक्ष के नेता तेजस्वी यादव ने उठाया. इस पर मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि अधिकारियों द्वारा उन्हें बताया गया है कि ये बात सही नहीं है.
नीतीश कुमार सोमवार को पत्रकारों से बिहार विधानसभा परिसर में बात कर रहे थे और जब उनसे पूछा गया कि अब ख़बर ट्वीट करने पर मामला दर्ज हो रहा है तो उनका कहना था कि जब ये बात उनके संज्ञान में आई तो मुख्यमंत्री कार्यालय से पूछा गया कि जो भी स्थिति है, उसकी सही जानकारी दी जाए. लेकिन जो जानकारी मिली है, उस आधार पर पता चला है कि ट्वीट करने पर एफआईआर कराने का आरोप गलत है. हालांकि नीतीश कुमार ने कहा कि उन्होंने अधिकारियों को भी इस संबंध में मीडिया के सामने वस्तुस्थिति साफ़ करने के लिए कहा है.
बिहार में पत्रकारों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर उनको काम करने से रोकने की कोशिश हो रही हैं ।लोकतंत्र की हत्या करायी जा रही हैं ।@ndtvindia @yadavtejashwi @Anurag_Dwary pic.twitter.com/Dsg3mrjfg2
— manish (@manishndtv) February 22, 2021
इससे पहले तेजस्वी यादव ने कहा था कि बिहार में पत्रकारों के ख़िलाफ़ मामला दर्ज कर उनको काम करने से रोकने की कोशिश हो रही है. लोकतंत्र की हत्या कराई जा रही है.पत्रकार और मीडिया लोकतंत्र का चौथा स्तंभ माना जाता है.
बिहार में पत्रकारों के ख़िलाफ़ FIR पर नीतीश कुमार ने कहा कि हमलोगों को जो बताया गया कि जो कहा वो सही नहीं हैं लेकिन उन्होंने अब मीडिया को सब बातें बताने का निर्देश दिया हैं ।@ndtvindia @Anurag_Dwary @Suparna_Singh pic.twitter.com/R8AgD0cj4w
— manish (@manishndtv) February 22, 2021
बिहार बोर्ड के प्रश्नपत्र लीक के मामले में पत्रकारों पर केस करने पर नीतीश कुमार ने कहा कि जांच करके अधिकारी मीडिया के समक्ष स्थिति स्पष्ट करेंगे. अधिकारियों को सजग रहने को कहा गया है. विस्तृत ब्योरा वहीं बताएंगे.
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