कोरोना वायरस (Corona Virus) के सबसे खतरनाक माने जा रहे ओमिक्रॉन वैरिएंट (Omicron variant) को लेकर तमाम देशों ने दक्षिण अफ्रीका समेत ज्यादातर अफ्रीकी देशों (African countries) के लिए या तो उड़ानें बंद कर दी हैं और वहां से यात्रियों की आवाजाही पर रोक लगा दी है. इनमें से 20 से ज्यादा बड़े देश या समूह शामिल हैं. जबकि अफ्रीका से बाहर छह से ज्यादा देशों में कोविड का यह नया स्ट्रेन मिल चुका है, जिसे बेहद संक्रामक माना जा रहा है. विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की एक समिति ने कोरोना वायरस के नये स्वरूप को ‘ओमिक्रॉन' नाम दिया है और इसे ‘बेहद संक्रामक चिंताजनक स्वरूप' करार दिया है. इससे पहले इस श्रेणी में कोरोना वायरस का डेल्टा स्वरूप (Delta Variant) था जिससे यूरोप और अमेरिका के कई हिस्सों में लोगों ने बड़े पैमाने पर जान गंवाई.
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अमेरिका हरकत में आया
अमेरिका ने दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, नामीबिया, लेसोथो, स्वातिनी, मोजाम्बिक और मलावी जैसे अफ्रीका देशों के लिए आवाजाही रोक दी है. अमेरिका 29 नवंबर से दक्षिण अफ्रीका और महाद्वीप के 7 अन्य देशों के यात्रियों पर प्रतिबंध लगाएगा. प्रेसिडेंट जो बाइडेन ने कहा कि इन देशों से लौट रहे अमेरिकी नागरिकों और स्थायी निवासियों के अलावा कोई न वहां जाएगा और न ही कोई वहां से आएगा.
भारत ने 14 देशों पर पहले ही लगा रखी है पाबंदी
भारत ने विदेशी उड़ानों में ढील तो दी है, लेकिन दक्षिण अफ्रीका, जिम्बाब्वे समेत 14 देशों को रेड लिस्ट में रखा है. भारत में दिल्ली के अस्पतालों को हाई अलर्ट पर रहने को कहा गया है. कर्नाटक ने विदेशी यात्रियों की गहन जांच करने का निर्णय़ किया है. उसने महाराष्ट्र और केरल से आने वालों का आरटीपीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है.
पड़ोसी देशों ने भी बरती सतर्कता
श्रीलंका, बांग्लादेश,पाकिस्तान ने भी प्रभावित अफ्रीकी देशों के यात्रियों पर रोक लगा दी है. श्रीलंका ने कहा कि दक्षिण अफ्रीका, बोत्स्वाना, जिम्बाब्वे, नामीबिया, लेसोथो और इस्वातिनी से आने वाले यात्रियों को अनिवार्य रूप से क्वारंटाइन में रहना होगा. नेपाल ने भी साउथ अफ्रीका के यात्रियों के लिए 7 दिन क्वारंटाइन अनिवार्य कर दिया है.
यूरोपीय संघ के ज्यादातर देशों ने उठाए कदम
यूरोपीय संघ, ब्रिटेन, ऑस्ट्रेलिया, जापान, रूस, ब्राजील, सऊदी अरब, इजरायल, मिस्र, फिलीपींस, थाईलैंड समेत 20 से ज्यादा बड़े देशों या समूहों ने अफ्रीकी क्षेत्र से उड़ानों पर पाबंदी लगा दी है. जर्मनी, फ्रांस, इटली, नीदरलैंड, ऑस्ट्रिया, बेल्जियम, माल्टा और चेक गणराज्य, यूरोप के उन देशों में शामिल है जिन्होंने अफ्रीकी देशों यात्रा पर कड़े प्रतिबंध लगाए हैं. यूरोपीय संघ आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन ने कहा कि इन देशों के यात्रियों को क्वारंटाइन रहना होगा.
ब्रिटेन ने भी रेड लिस्ट बनाई
ब्रिटेन ने 6 अफ्रीकी देशों को अपनी यात्रा प्रतिबंध की ‘रेड लिस्ट' में डाल दिया है. दक्षिण अफ्रीका, बोत्सवाना, लेसोथो, इस्वातिनी, जिम्बाब्वे और नामीबिया से आने वाले लोगों पर प्रतिबंध रहेगा. ब्रिटेन ने दक्षिण अफ्रीका और पांच अन्य दक्षिणी अफ्रीकी देशों से शुक्रवार दोपहर उड़ानों पर प्रतिबंध लगा दिया और घोषणा की कि जो कोई भी हाल में उन देशों से आया था, उसे कोरोना वायरस जांच कराने के लिए कहा जाएगा. दक्षिण अफ्रीका के साथ बेल्जियम, हांगकांग और इजराइल आने वाले यात्रियों में भी ओमिक्रॉन वैरिएंट के लक्षण देखे गए हैं.
छह से ज्यादा देशों ंमें मिले केस
कोविड-19 का वैरिएंट ओमिक्रॉन सबसे पहले दक्षिण अफ्रीका में सामने आया था. अब तक इजराइल, बेल्जियम, ऑस्ट्रेलिया, ब्रिटेन, इटली, चेक गणराज्य और हांगकाग में ओमिक्रॉन वायरस के कई मामले सामने आए हैं. इजराइल ने सभी विदेशियों के लिए देश आने पर पाबंदी लगा दी है. इजरायल में 7 संदिग्ध केस, ऑस्ट्रेलिया-बेल्जियम में 2-2 केस मिले हैं. ऑस्ट्रेलिया ने 9 और द. कोरिया ने 8 अफ्रीकी देशों पर बैन लगाया है.
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