अब हर शनिवार को आम लोग सुप्रीम कोर्ट की सैर कर सकेंगे.
नई दिल्ली:
आम जनता के लिए सुप्रीम कोर्ट ने अपने दरवाजे खोल दिए हैं. अब आम लोग हर शनिवार को सुप्रीम कोर्ट घूम सकते हैं. विदेशियों को भी यहां घूमने की इजाजत होगी.
सुप्रीम कोर्ट के लिए गाइडेड टूर योजना बनाई गई है. गुरुवार को चीफ जस्टिस ने इस नए उपक्रम का ऐलान किया.
अब लोग सुप्रीम कोर्ट की ऐतिहासिक महत्व वाली सरंचना और कोर्ट रूम को भी देख सकेंगे. लोग सुप्रीम कोर्ट जज लाइब्रेरी भी जा पाएंगे. यहां उन्हें एजुकेशलन फिल्म भी दिखाई जाएगी. योजना शनिवार से शुरू हो जाएगी. इसकी एडवांस बुकिंग ऑनलाइन होगी. सवेरे 10 बजे से 11.30 बजे तक का गाइडेड टूर होगा. जिस शनिवार को घोषित अवकाश होगा उस दिन टूर नहीं होगा. यह 20-20 लोगों का ट्रिप होगा. सुप्रीम कोर्ट घूमने के लिए कोई फीस नहीं होगी. परिसर में खानपान सामग्री, मोबाइल, गुटका, बैग, कैमरा नहीं ले जाया जा सकेगा. यहां फ़ोटोग्राफी की इजाजत नहीं होगी.
यह भी पढ़ें : खंडहर में बदल रहा इतिहास : दिल्ली के जौंती गांव की मुगलकालीन धरोहरें अब सिर्फ नाम की बचीं
सुप्रीम कोर्ट में इनहाउस थिंक टैंक की स्थापना की गई है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कानूनी और न्यायिक ज्ञान के फैलाव और मज़बूती के लिए सेंटर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग शुरू किया. ज्यूडिशियल एकेडमी के ज्ञान के बाद व्यवहारिक शिक्षा इसके जरिए होगी. यहां संवाद और वर्कशॉप के ज़रिए नई पीढ़ी का ज्ञान बढ़ेगा.
CJI रंजन गोगोई ने कहा कि मैंने यह फैसला लिया है. उम्मीद है कि मेरे साथी इसे मंज़ूरी देंगे. थिंक टैंक में छोटी टीम है लेकिन उसका जुड़ाव और फैलाव पूरे देश में होगा. यह ज्यूडिशियल रिफॉर्म्स और ज्युडिशियल एजुकेशन के क्षेत्र में नए आयाम खोलेगा.
VIDEO : लखनऊ के बड़ा इमामबाड़ा में ताला लगा
थिंक टैंक में पूर्व जज, कानूनविद वकील समय-समय पर ज्ञान और अपने अनमोल अनुभव का आदान-प्रदान करेंगे. थिंक टैंक का तालमेल राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय ज्युडिशियम एकेडमी से होगा.
सुप्रीम कोर्ट के लिए गाइडेड टूर योजना बनाई गई है. गुरुवार को चीफ जस्टिस ने इस नए उपक्रम का ऐलान किया.
अब लोग सुप्रीम कोर्ट की ऐतिहासिक महत्व वाली सरंचना और कोर्ट रूम को भी देख सकेंगे. लोग सुप्रीम कोर्ट जज लाइब्रेरी भी जा पाएंगे. यहां उन्हें एजुकेशलन फिल्म भी दिखाई जाएगी. योजना शनिवार से शुरू हो जाएगी. इसकी एडवांस बुकिंग ऑनलाइन होगी. सवेरे 10 बजे से 11.30 बजे तक का गाइडेड टूर होगा. जिस शनिवार को घोषित अवकाश होगा उस दिन टूर नहीं होगा. यह 20-20 लोगों का ट्रिप होगा. सुप्रीम कोर्ट घूमने के लिए कोई फीस नहीं होगी. परिसर में खानपान सामग्री, मोबाइल, गुटका, बैग, कैमरा नहीं ले जाया जा सकेगा. यहां फ़ोटोग्राफी की इजाजत नहीं होगी.
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सुप्रीम कोर्ट में इनहाउस थिंक टैंक की स्थापना की गई है. चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने कानूनी और न्यायिक ज्ञान के फैलाव और मज़बूती के लिए सेंटर फॉर रिसर्च एंड प्लानिंग शुरू किया. ज्यूडिशियल एकेडमी के ज्ञान के बाद व्यवहारिक शिक्षा इसके जरिए होगी. यहां संवाद और वर्कशॉप के ज़रिए नई पीढ़ी का ज्ञान बढ़ेगा.
CJI रंजन गोगोई ने कहा कि मैंने यह फैसला लिया है. उम्मीद है कि मेरे साथी इसे मंज़ूरी देंगे. थिंक टैंक में छोटी टीम है लेकिन उसका जुड़ाव और फैलाव पूरे देश में होगा. यह ज्यूडिशियल रिफॉर्म्स और ज्युडिशियल एजुकेशन के क्षेत्र में नए आयाम खोलेगा.
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थिंक टैंक में पूर्व जज, कानूनविद वकील समय-समय पर ज्ञान और अपने अनमोल अनुभव का आदान-प्रदान करेंगे. थिंक टैंक का तालमेल राष्ट्रीय और राज्य स्तरीय ज्युडिशियम एकेडमी से होगा.
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