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This Article is From Oct 01, 2020

हाथरस जैसा एक और वाकया : 22-वर्षीय दलित युवती से गैंगरेप, निर्मम पिटाई से मौत

बलरामपुर की युवती की मौत उस वक्त हो गई, जब उसे इलाज के लिए लखनऊ अस्पताल लाया जा रहा था. सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई है.

Quick Reads
Summary is AI generated, newsroom reviewed.
लड़की के साथी उसे बाजार में एक कमरे में ले गए थे
लड़की ई रिक्शे में बेहोशी की हालत में घर पहुंची
गंभीर हालत में अस्पताल ले जाते हुए रास्ते में हुई मौत
लखनऊ:

उत्तर प्रदेश (UP) के हाथरस (Hathras) में एक दलित युवती से गैंगरेप और उसकी निर्मम हत्या को लेकर देश में आक्रोश व्याप्त है, इसी बीच, इसी तरह का एक और मामला राज्य के बलरामपुर जिले से सामने आया है. हाथरस से करीब 500 किमी की दूरी पर 22 वर्षीय दलित युवती के साथ भी दरिंदों ने गैगरेप किया फिर उसकी बुरी तरह से पिटाई की, जिससे उसकी मौत हो गई. यह वाकया मंगलवार (29 सितंबर) की शाम का है, जब देश का ध्यान दिल्ली के सफदरजंग में हाथरस की युवती की मौत पर केंद्रित था और पुलिस उसकी लाश उसके गांव ले जाने में लगी थी.

बलरामपुर की युवती की मौत उस वक्त हो गई, जब उसे इलाज के लिए लखनऊ अस्पताल लाया जा रहा था. सूत्रों के मुताबिक, पोस्टमार्टम रिपोर्ट में गैंगरेप की पुष्टि हुई है. सूत्रों ने ये भी बताया कि पीड़ित के शरीर पर कई जगह घाव और चोट के निशान थे. मृतक युवती के भाई ने बताया है कि पुलिस ने इस मामले में दो लोगों को गिरफ्तार किया है, उनमें से एक नाबालिग है.

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पीड़िता की मां ने बताया कि सुबह में वो घर से निकली थी, जब शाम तक नहीं लौटी तो पुलिस को इसकी सूचना दी गई. सूत्रों ने कहा कि वह शाम 7 बजे के आसपास लौटी, हमलावरों ने उसे ई-रिक्शा पर बिठाकर अपने घर भेज दिया था. उस वक्त युवती बेहोशी की हालत में थी. परिजन उसे अस्पताल ले गए. अस्पताल में डॉक्टर ने उसे अन्य अस्पताल में रेफर कर दिया. रास्ते में उसकी मौत हो गई.

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पीड़िता की मां ने बताया, "बदमाशों ने उसे किसी नशीले पदार्थ का इंजेक्शन लगा दिया था जिसकी वजह से वह होश खो बैठी थी. फिर उनलोगों ने उसके साथ बलात्कार किया... उनलोगों ने उसके पैर भी तोड़ दिए. शरीर के पिछले हिस्से को भी तोड़ दिया. एक रिक्शा-वाला उसे लेकर आया और हमारे घर के सामने फेंक दिया. मेरी बच्ची मुश्किल से खड़ी हो सकती थी या बोल पा रही थी." उन्होंने कहा, "मेरी बेटी ने रोते हुए कहा, मुझे किसी भी तरह बचा लो, मैं मरना नहीं चाहती."

युवती ने मां से शिकायत की थी कि उसके पेट में बहुत जलन और दर्द है. स्थानीय डॉक्टरों ने कहा कि उसकी हालत गंभीर है. उसे लखनऊ ले जाने की सलाह दी. लेकिन रास्ते में ही उसने दम तोड़ दिया. पुलिस ने रिश्तेदारों को उसकी लाश सौंप दी, इसके बाद बुधवार को उसका अंतिम संस्कार कर दिया गया.

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हालांकि, पुलिस ने कहा कि शव परीक्षण से यह पता नहीं चलता है कि उसके हाथ और पैर टूट गए थे. बलरामपुर पुलिस ने देर रात ट्वीट किया, "उक्त मामले में, पुलिस द्वारा दोनों आरोपियों के साथ त्वरित कार्रवाई की गई है. हाथ और पैर टूटे हुए हैं, ये विवरण सही नहीं है क्योंकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इसका उल्लेख नहीं है."

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