मानसून अच्छा रहेगा तो इसका असर हमारी खेती-बाड़ी पर भी पड़ेगा और किसानों को राहत मिलेगी
नई दिल्ली:
भारत मौसम विज्ञान विभाग ने कहा कि इस वर्ष मानसून के सामान्य रहने तथा पूरे 100 फीसदी बारिश होने की संभावना है. पहले 96 प्रतिशत वर्षा का पूर्वानुमान लगाया गया था. मानसून अच्छा रहने से फसल उत्पादन भी अच्छा रहेगा.
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि एल-नीनो प्रभाव की आशंका कम होने के साथ ही मानसून बेहतर होने की संभावनाएं बढ़ गयी हैं. रमेश ने कहा कि एल-नीनो में तात्कालीक बदलावों से संकेत मिलता है कि इस वर्ष मानसून सामान्य रहेगा और दीर्घावधिक औसत में 100 प्रतिशत तक जा सकता है. एल-नीनो प्रशांत महासागर में जलधाराओं के गर्म होने से जुड़ा मौसमी प्रभाव है.
शुरूआती पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने कहा था कि दीर्घावधिक औसत में मानसून 96 प्रतिशत रहने की संभावना है जो सामान्य के आसपास है.
धर, मानसून पूर्व हुई तेज बारिश और आंधी के चलते बिहार के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. यहां आसमानी बिजली से 7 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा करीब 8 लोगों के भी बारिश और तूफान के कारण हताहत होने के समाचार हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
भारत मौसम विज्ञान विभाग के महानिदेशक केजे रमेश ने कहा कि एल-नीनो प्रभाव की आशंका कम होने के साथ ही मानसून बेहतर होने की संभावनाएं बढ़ गयी हैं. रमेश ने कहा कि एल-नीनो में तात्कालीक बदलावों से संकेत मिलता है कि इस वर्ष मानसून सामान्य रहेगा और दीर्घावधिक औसत में 100 प्रतिशत तक जा सकता है. एल-नीनो प्रशांत महासागर में जलधाराओं के गर्म होने से जुड़ा मौसमी प्रभाव है.
शुरूआती पूर्वानुमान में मौसम विभाग ने कहा था कि दीर्घावधिक औसत में मानसून 96 प्रतिशत रहने की संभावना है जो सामान्य के आसपास है.
धर, मानसून पूर्व हुई तेज बारिश और आंधी के चलते बिहार के तापमान में गिरावट दर्ज की गई है. यहां आसमानी बिजली से 7 लोगों की मौत हो गई. इसके अलावा करीब 8 लोगों के भी बारिश और तूफान के कारण हताहत होने के समाचार हैं.
(इनपुट भाषा से भी)
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