नोएडा:
नोएडा के मुख्य कार्यकारी अधिकारी बलविंदर सिंह ने सोमवार को प्रदर्शनकारी किसानों से मिलकर उनकी मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार किए जाने का आश्वासन दिया। किसानों ने कहा था कि यदि उनकी मांग पूरी नहीं की जाएगी, तो वे यमुना एक्सप्रेसपे पर हो रहे निर्माण कार्य को बाधित कर देंगे। उन्होंने कहा कि सभी किसानों को अधिग्रहित भूमि को विकास के बाद उसका पांच फीसदी हिस्सा आवंटित किया जाएगा। उन्होंने सोरखा गांव में किसानों से कहा कि भूमि अधिग्रहण के लिए भूमि की पहचान में यदि कोई गलती हुई होगी, तो प्राधिकरण उसे सुधारेगा और जमीन के मालिक को जमीन वापस की जाएगी। उन्होंने गांव में एक सीमेंटेड सड़क बनाने तथा विवाह भवन बनाने के लिए एक करोड़ रुपये का अनुदान देने की घोषणा की। इससे पहले किसान संघर्ष समिति ने घोषणा की थी कि यदि 31 जुलाई तक उनकी मांग नहीं पूरी की गई, तो वे यमुना एक्सप्रेस वे के आसपास बन रहे सभी मकानों पर काम बाधित कर देंगे। सोरखा गांव में रविवार को हुए महापंचायत में सोरखा, सरफाबाद, बरोला, सलारपुर और ककराला गांव के किसानों ने उस तिथि तक उनक मांग माने जाने की मांग की थी। एक किसान नेता नरेश यादव ने कहा कि समय सीमा को बढ़ाकर पांच अगस्त कर दिया है, क्योंकि मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने तुरंत ही पद सम्भाला है। उन्हें परिस्थिति को समझने में समय लगेगा।